Fact Check : काबा पर दूध नहीं चढ़ा रहा था यह युवक, खुदकुशी की कोशिश की थी

नई दिल्ली (विश्वसनीय टीम)। सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक शख्‍स को काबा के ऊपर कुछ फेंकते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि एक ईरानी युवक ने मक्‍का में दूध चढ़ाते हुए दावा किया कि ये शिवलिंग है। विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो 2017 का है। वीडियो में दिख रहा युवक मानसिक रूप से बीमार था और उसने वहां आत्‍महत्‍या करने की कोशिश की थी। दूध चढ़ाने का दावा पूरी तरह झूठा है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

प्रियांशु पंडित नाम के फेसबुक यूजर ने काबा का एक वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया, ”ईरान के यूवक ने मक्का 🕋मे दूध चढाया ओर बोला हमारे पूर्वज हिन्दू थे💪और ये पवित्र शिवलिंग है।”

इस वीडियो को अब तक तीन लाख से ज्‍यादा बार देखा जा चुका है,जबकि शेयर करने वालों की संख्‍या 6.8 हजार है। इस पोस्‍ट पर 400 से ज्‍यादा लोग कमेंट कर चुके हैं। यही वीडियो कई दूसरे यूजर्स भी लगातार अपनी वॉल पर अपलोड कर रहे हैं।

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने अपनी पड़ताल शुरू करने से पहले वायरल हो रहे वीडियो को ध्‍यान से देखा। वीडियो में एक आदमी के हाथ में एक बोतल है। इस बोतल से वह काबा के ऊपर कुछ फेंकता हुआ नजर आ रहा है। इसके बाद उसे वहां मौजूद लोगों ने पकड़ लिया।

सबसे पहले हमने InVID टूल की मदद से वायरल हो रहे वीडियो के कई स्‍क्रीनशॉट निकाले। इसके बाद इन स्‍क्रीनशॉट की मदद से ओरिजनल वीडियो सर्च करना शुरू किया। इंटरनेट पर हमें कई जगह इस वीडियो की सच्‍चाई बताती खबरें मिलीं। Gulf News की वेबसाइट पर हमें एक खबर मिली। 7 फरवरी 2017 को पब्लिश इस खबर में सिक्‍युरिटी फोर्स के हवाले से बताया गया कि अल हरम मस्जिद (Grand Mosque) में एक आदमी को काबा के पास से खुदकुशी के आरोप में अरेस्‍ट किया गया था। सिक्‍युरिटी फोर्स के प्रवक्‍ता मेजर सामेह अल सलमी ने मीडिया से बात करते हुए बताया था, ”सऊदी अरब के चालीस साल के एक शख्‍स को उस वक्‍त पकड़ा गया, जब वह काबा के पास आत्‍महत्‍या की कोशिश कर रहा था। उसके व्‍यवहार से लगा कि वह मानसिक रोगी है।”

पड़ताल के दौरान हमें Youtube पर काबा की ही घटना का एक और वीडियो मिला।

वीडियो दूसरे एंगल से बनाया गया था। पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं। इस वीडियो को 6 फरवरी 2017 को अपलोड किया गया था। घटना भी उसी दिन हुई थी।

इसके बाद यह खबर हमें ‘द नेशनल डॉट एई’ में मिली। खबर के अनुसार, सऊदी नागरिक जिसका मानसिक संतुलन खराब था, उसने काबा पर पेट्रोल छिड़ककर खुद को मारने की कोशिश की। उसकी उम्र 40 वर्ष थी। आप पूरी खबर नीचे पढ़ सकते हैं।

अंत में हमने काबा के वीडियो को गलत संदर्भ में वायरल करने वाले प्रियांशु पंडित के सोशल पेज की स्‍कैनिंग की। हमें पता चला कि प्रियांशु पंडित नाम के फेसबुक पेज को 15 मई 2019 को बनाया गया। इसे तीन हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की जांच में पता चला कि मक्‍का में दूध चढ़ाने का दावा पूरी तरह गलत है। सऊदी अरब का एक नागरिक काबा के पास पेट्रोल लेकर आत्‍महत्‍या का प्रयास कर रहा था। यह दावा भी गलत है कि यह ईरान का नागरिक था।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews।com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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