विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह कहानी फेक साबित हुई।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। इसमें दो चीतों एक हिरण का शिकार करते हुए दिख रहे हैं। तस्वीर के साथ एक भावानात्मक कहानी भी लिखी गई है। दावा किया जा रहा है कि इस हिरण ने अपने बच्चों को बचाने के लिए चीतों के हवाले कर दिया।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह कहानी फेक साबित हुई। इस बात की पुष्टि खुद फोटो को खींचने वाले फोटोग्राफर ने विश्वास न्यूज से की।
फेसबुक पेज SOCIAL ANSAAR ने 12 जुलाई को एक तस्वीर शेयर किया। इस तस्वीर के साथ एक भावात्मक कहानी भी लिखी गई। इस कहानी में दावा किया गया, “यह कोई पेंटिंग नहीं है, यह वास्तविक दृश्य है, जिसे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ फोटो का अवार्ड मिला है, जंगल मे चीतों के झुंड ने हिरन और उसके 2 बच्चों को घेर लिया। तब इस माँ ने सोचा… में भाग सकती हूं, लेकिन मेरे बच्चे नहीं तब इस माँ ने खुद को चीतों के हवाले कर दिया, और अपने बच्चों को सलामत भागते हुए देखती रही, सच में माँ का कोई मोल नहीं।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई एक बार पहले भी अपने पाठकों को बता चुका है। सच्चाई सामने लाने के ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल किया गया था। इसके अलावा फोटोग्राफर से भी संपर्क किया गया था।
विश्वास न्यूज ले गूगल लेंस टूल की मदद से वायरल तस्वीर के बारे में सर्च किया। हमें असली तस्वीर Alison Buttigieg नाम के एक फेसबुक यूजर के अकाउंट पर मिली। इसे 13 फरवरी 2017 को पोस्ट किया गया था।
फोटो को अपलोड करते हुए Alison Buttigieg ने अंग्रेजी में लिखा, “मेरी स्ट्रैंगलहोल्ड तस्वीर के साथ एक पूरी तरह से हास्यास्पद और नकली कहानी वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि इसे लेने के बाद मैं डिप्रेशन में चली गयी थी। (गंभीरता से ऐसी बकवास कौन लिखता है?!?)। यह कॉपीराइट उल्लंघन है। ये सब इसलिए, ताकि लोगों को उनके पेज पर ज्यादा से ज्यादा लाइक मिले। नकली कहानी वाली तस्वीर को विभिन्न सोशल मीडिया पर सैकड़ों-हजारों बार साझा किया गया है। मुझे सैकड़ों और सैकड़ों संदेश मिल रहे हैं, जहां मुझसे लोग पूछ रहे हैं कि क्या मैं “डिप्रेस फोटोग्राफर” हूं। मुझे लिंक्डइन में नकली कहानी के साथ टैग किया गया है। यह मेरे करियर के लिए अजीब है। हम कितनी घिनौनी दुनिया में रहते हैं, पागलों की तरह #fakenews फैलाने वाले बेवकूफ भोले-भाले लोगों से भरी हुई है। वास्तविक कहानी यहां पढ़ी जा सकती है: एलिसन बटिगिएग वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के साथ।”
हमें यह तस्वीर एलिसन बटिगिएग की वेबसाइट पर भी मिली। यहाँ हमें इस तस्वीर के बारे में डिटेल्स मिलीं। तस्वीर के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा था, “मैंने सितंबर 2013 में केन्या के मासाई मारा में इस हिरन का शिकार देखा। चीते की मां नरशा अपने बच्चों को शिकार को मारना सिखा रही थी। हालांकि, वे तेज गति से थोड़े धीमे थे और वे असहाय इम्पाला शिकार को मारने के बजाय उसके साथ खेल रहे थे। नरशा, चीते की माँ है, जो सभी तस्वीरों में इम्पाला को गले पकड़े हुए है। युवा कुछ कौशल का अभ्यास करते हैं। जैसे कि उछलना और ट्रिपिंग करना, जो उन्हें सही लगता है, लेकिन ऐसा नहीं लगता कि वे इम्पाला को प्रभावी ढंग से गला घोंटने में सक्षम हैं। तस्वीरों के इस क्रम में जो असामान्य है वह यह है कि इम्पाला (हिरण) इस पूरी प्रक्रिया में कितना शांत है। यह शायद सदमे में है और इसे डर से लकवा मार गया है।”
पूरी कहानी यहाँ पढ़ी जा सकती है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए वायरल तस्वीर की फोटोग्राफर एलिसन बटिगिएग से संपर्क किया था। उन्होंने वायरल तस्वीर के साथ किए गए दावे को फेक बताते हुए कहा, “यह दावा बिल्कुल वाहियात है। मैं पहले भी इसे कई बार नकार चुकी हूं।”
विश्वास न्यूज एक बार पहले भी वायरल तस्वीर के साथ किए गए दावे की सच्चाई अपने पाठकों को बता चुका है। उस पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।
जांच के अंत में फर्जी कहानी शेयर करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक पेज सोशल संसार के 95 लाख फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल तस्वीर के साथ लिखी गई कहानी काल्पनिक है। हमारी जांच में वायरल पोस्ट फेक साबित हुई।
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