Quick Fact Check : साउथ अफ्रीका के चीता ब्रीडिंग सेंटर का वीडियो फिर से राजस्‍थान के नाम से हुआ वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट झूठी साबित हुई। दक्षिण अफ्रीका के वीडियो को अब एक बार फिर से राजस्‍थान के सिरोही का बताकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक इंसान के साथ कुछ चीता को सोते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर फर्जी दावे के साथ कहा जा रहा है कि यह राजस्‍थान के सिरोही के एक मंदिर के पुजारी का वीडियो है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी वायरल वीडियो की जांच की थी। हमें पता चला कि साउथ अफ्रीका के एक पुराने वीडियो को राजस्‍थान के नाम से वायरल किया गया है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Srirama Rao Ajjarapu ने 8 नवंबर को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘రాజస్తాన్. సిరోహిలోని. రోజూరాత్రిపూట. పిప్పలేశ్వర్. స్వామిదేవాలయం పూజారి దగ్గర చిరుతపులి కుటుంబంతోసహ. వచ్చిపడుకుంటుంది’

इसका हिंदी अनुवाद कुछ यूं हुआ : ‘राजस्थान । सिरोही में । हर दिन रात । पिप्पलेश्वर । चिरुथा पुली परिवार सहित स्वामी मंदिर पुजारी के पास । वह आ रही है और सो रही है!’

वीडियो को फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सऐप के अलावा दूसरे सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म पर भी खूब वायरल किया जा रहा है। वायरल वीडियो का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने एक बार पहले भी वायरल पोस्‍ट की जांच की थी। InVID और गूगल रिवर्स इमेज जैसे टूल की मदद से हम ओरिजनल वीडियो तक पहुंचे।

ओरिजनल वीडियो डॉल्फ सी वोल्कर ने अपने यूट्यूब चैनल पर 21 जनवरी 2019 को अपलोड किया था। वीडियो के बारे में बताते हुए डॉल्‍फ ने लिखा कि यह साउथ अफ्रीका के चीता ब्रीडिंग सेंटर का वीडियो है। स्‍पेशल परमिशन से उन्‍हें इन चीता के साथ रात गुजारने को मिली। पूरा वीडियो आप नीचे देख सकते हैं।

पूरी पड़ताल को विस्‍तार से आप यहां पढ़ सकते हैं।

पड़ताल के अंत में हमने उस यूजर के अकाउंट की सोशल स्‍कैनिंग की, जिसने दक्षिण अफ्रीका के वीडियो को राजस्‍थान का बताकर वायरल किया। जांच में हमें पता चला कि फेसबुक यूजर Srirama Rao Ajjarapu दक्षिण भारत का रहने वाला है। यूजर एक खास विचारधारा से प्रभावित है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट झूठी साबित हुई। दक्षिण अफ्रीका के वीडियो को अब एक बार फिर से राजस्‍थान के सिरोही का बताकर वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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