Fact Check : न्यूयॉर्क में पत्रकार के साथ हुई थी बदसलूकी, वायरल वीडियो का बांग्लादेश हिंसा से नहीं है कोई संबंध

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पत्रकार के साथ बदसलूकी करते लोगों के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में वीडियो साल 2020 में  समय टीवी के संवाददाता हसानुज्जमन साकी के साथ न्यूयॉर्क में हुई एक घटना का है, जिसे अब यूजर्स गलत दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर पत्रकार के साथ बदसलूकी करते हुए कुछ लोगों का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश में रिपोर्टिंग कर रहे एक पत्रकार के साथ प्रदर्शनकारियों ने बदसलूकी की। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। असल में वीडियो साल 2020 में सोमॉय टीवी के संवाददाता हसानुज्जमन साकी के साथ न्यूयॉर्क में हुई एक घटना का है, जिसे अब यूजर्स गलत दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर रोहित कुमार रावत ने 7 अगस्त 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “भारत के जो पत्रकार बांग्लादेश के हालात पर ख़ुशी मना रहे हैं, उन्हें ये सब देखना चाहिए! खासकर रावीश कुमार जैसे लोगों को देखिए बांग्लादेश मे मीडिया वालों के साथ क्या बर्बर शुलूक हो रहा है।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो काजी नासिर उद्दीन नामक एक फेसबुक यूजर के अकाउंट पर मिला। वीडियो को 2 जून 2020 को शेयर किया गया है। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो यूएस में हुई घटना का है।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें वायरल वीडियो का एक लंबा वर्जन सोमॉय टीवी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो में नजर आ रहे शख्स सोमॉय टीवी के संवाददाता हसानुज्जमन साकी हैं। वीडियो में उन्हें इस घटना के बारे में भी बताते हुए देखा जा सकता है। 

पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट प्रेस फ्रीडम ट्रैकर की आधिकारिक वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को एक जून 2020 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, सोमॉय टीवी के संवाददाता हसानुज्जमन साकी न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर रिपोर्टिंग कर रहे थे। इस दौरान वहां पर मौजूद कुछ प्रदर्शनकारियों ने उनके और कैमरामैन के साथ बदसलूकी की थी। प्रदर्शनकारियों ने उन पर और उनके कैमरामैन पर हमला किया था। उनका माइक और कैमरा भी तोड़ने का प्रयास किया था। 

अधिक जानकारी के लिए हमने बांग्लादेश स्थित रयूमर स्कैनर के फैक्ट चेकर मोहम्मद शकीउज्जमन से संपर्क किया। उन्होंने वायरल दावे को भ्रामक बताया है।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पत्रकार के साथ बदसलूकी करते लोगों के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में वीडियो साल 2020 में  सोमॉय टीवी के संवाददाता हसानुज्जमन साकी के साथ न्यूयॉर्क में हुई एक घटना का है, जिसे अब यूजर्स गलत दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। 

False
Symbols that define nature of fake news
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