Fact Check : पुलवामा नहीं, बगदाद में हुए धमाके का यह वायरल वीडियो 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि धमाके के वायरल का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो बगदाद में करीब 17 साल पहले हुई घटना का है। यह पहली बार नहीं है, जब यह वीडियो वायरल हुआ हो। पहले भी कई बार सोशल मीडिया पर यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल हो चुका है।

Fact Check : पुलवामा नहीं, बगदाद में हुए धमाके का यह वायरल वीडियो 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर गाड़ी में ब्लास्ट होने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि हाईवे से एक गाड़ी गुजर रही है, तभी अचानक उसमें ब्लास्ट हो जाता है। यूजर्स इस वीडियो को पुलवामा हमले का बताते हुए इस हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो बगदाद में करीब 17 साल पहले हुई घटना का है। यह पहली बार नहीं है, जब यह वीडियो वायरल हुआ हो। पहले भी कई बार सोशल मीडिया पर यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल हो चुका है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ने 14 फरवरी 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “पुलवामा हमले की वीडियो।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें यह वीडियो ब्रायन स्पाल्डिंग नामक यूट्यूब चैनल 9 दिसंबर 2008 को अपलोड हुआ मिला। मौजूद जानकारी के अनुसार, यह वीडियो बगदाद में साल 2007 में हुई घटना से संबंधित है। 

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने एक बार फिर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें दावे से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट्स  2007 में प्रकाशित मिली। मैक्क्लैचीडीसी (Mcclatchydc) और यूएस टुडे के अनुसार, यह वीडियो बगदाद के कैंप ताजी में हुई घटना का है। इस घटना में करीब 8 लोग जख्मी हुए थे, जबकि 2 लोगों की मौत हो गई थी।

पिछले साल भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल हुआ था। उस दौरान हमने इस वीडियो को लेकर आर्मी पीआरओ सुधीर चमोली से बातचीत की थी। उन्होंने दावे को गलत और फेक बताया था।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। यूजर के करीब 3 हजार फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि धमाके के वायरल का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो बगदाद में करीब 17 साल पहले हुई घटना का है। यह पहली बार नहीं है, जब यह वीडियो वायरल हुआ हो। पहले भी कई बार सोशल मीडिया पर यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल हो चुका है।

False
Symbols that define nature of fake news
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