Fact Check: ISIS के तुर्किये के फौजियों को जिंदा जलाये जाने का वीडियो इजरायल- हमास संघर्ष से जोड़कर वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में नजर रहे फौजी तुर्किये के थे, जिन्हें 2016 में आईएसआईएस ने जिंदा जला दिया था। वायरल वीडियो का इजरायल- हमास संघर्ष से कोई लेना देना नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। इजरायल-हमास के दरमियान जारी जंग के बीच सोशल मीडिया पर दो सैनिकों को जिंदा जलाये जाने की एक क्लिप वायरल हो रही है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो हमास ने जारी किया है, जिसमें अगवा किए गए इजरायली फौज के जवानों के साथ ऐसा सुलूक किया है।

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में नजर रहे फौजी तुर्किये के थे, जिन्हें 2016 में आईएसआईएस ने जिंदा जला दिया था। वायरल वीडियो का इजरायल- हमास संघर्ष से कोई लेना देना नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ”इजरायली सैनिकों को चैन से बांधकर हमास वाले जिंदा जलाने का विडियो आया है , ऐसा अमानवीय दृश्य मैंने अपने जीवन में नहीं देखा था । इजरायल को पूरा हक़ है कि वो हमास जैसे आतंकवादी संगठन को जड से उखाड फेंके।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और गूगल लेंस के जरिये सर्च किया। सर्च में हमें डेली मेल की वेबसाइट पर 22 दिसम्बर 2016 को पब्लिश हुई खबर में वीडियो की तस्वीर और इस मामले से जुड़ी जानकारी मिली। दी गई जानकारी के मुताबिक, आईएसआईएस ने सीरिया के अलेप्पो में तुर्किये (उस समय तुर्की) के फौजियों को आग के हवाले कर दिया। पूरी खबर यहां पढ़ी जा सकती है।

अलजजीरा की वेबसाइट पर इसी मामले से जुड़ी मालूमात के मुताबिक, इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवंत (आईएसआईएल, जिसे आईएसआईएस भी कहा जाता है) ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें कथित तौर पर पकड़े गए दो तुर्की सैनिकों को जिंदा जलाते हुए देखा जा सकता है।

एनडीटीवी पर दिसंबर 2016 को पब्लिश हुई खबर के मुताबिक, ‘आईएसआईएस जिहादी समूह ने गुरुवार को एक वीडियो जारी किया, जिसमें पकड़े गए दो तुर्किये सैनिकों को जिंदा जलाते हुए दिखाया गया है। यह वीडियो, जिसमें दो यूनिफॉर्म पहने व्यक्तियों को पिंजरे से बाहर निकाला जाता है और फिर उन्हें बांधकर जला दिया गया। 19 मिनट का यह फुटेज कथित तौर पर उत्तरी सीरिया में आईएसआईएस द्वारा घोषित “अलेप्पो प्रांत” में शूट किया गया है।”

वायरल वीडियो की पुष्टि करने के लिए हमने स्पुतनिक तुर्किये के पत्रकार एर्किन ओन्कन से संपर्क किया और उनके साथ वायरल वीडियो को साझा किया। उन्होंने हमें बताया कि यह वीडियो तुर्किये के फौजियों को जिंदा जलाये जाने का है।

फर्जी वीडियो शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर पाकिस्तान का है और यूजर के 88 हजार फॉलोअर्स हैं।

विश्वास न्यूज़ ने इजरायल फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध से जुड़े कई फैक्ट चेक किये हैं, जिन्हें यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में नजर रहे फौजी तुर्किये के थे, जिन्हें 2016 में आईएसआईएस ने जिंदा जला दिया था। वायरल वीडियो का इजरायल- हमास संघर्ष से कोई लेना देना नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट