Fact Check: ऑस्ट्रेलिया के धर्मगुरु ने रखा था कश्मीर मुद्दे पर पक्ष, UAE क्राउन प्रिंस के हवाले से वीडियो वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा दावा फर्जी है। वीडियो में यूएई के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान नहीं हैं। वायरल किये जा रहे वीडियो में ऑस्ट्रेलिया के शिया इन्फ्लुएंसर व धर्मगुरु मोहम्मद अल तौहीदी हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में व्यक्ति को इस्लामिक वेशभूषा में देखा जा सकता है। वीडियो में नजर आ रहे व्यक्ति कश्मीर मुद्दे पर भारत का पक्ष लेते हुए देखे जा सकते हैं। वहीं, अब इस वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि यह व्यक्ति संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई के क्राउन प्रिंस हैं।  

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा दावा फर्जी है। वीडियो में यूएई के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान नहीं हैं। वायरल किये जा रहे वीडियो में ऑस्ट्रेलिया के शिया इन्फ्लुएंसर व धर्मगुरु मोहम्मद अल तौहीदी हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, “Our stand on Kashmir is acknowledged by His highness the Crown Prince of UAE Kashmir is Hindu Land कनवर्टेड वालो अब कभी बड़े अब्बू के यहाँ हज पर मत जाना सबक सिखाओ इनको।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल वीडियो को गौर से देखा। वीडियो में नजर आ रहे व्यक्ति हमें यूएई के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान नहीं लगे। पड़ताल के पहले चरण में हम यूएई एम्बेसी की आधिकारिक वेबसाइट पर पहुंचे और वहां पर हमें क्राउन प्रिंस की तस्वीर मिली, जिसको देखकर साफ जाहिर होता है कि वायरल वीडियो वाले व्यक्ति कोई और हैं मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान नहीं।

वायरल वीडियो में नजर आ रहे व्यक्ति और मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच यहां फर्क को देखा जा सकता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने ये जानने की कोशिश की कि वायरल वीडियो में कौन हैं। यह जानने के लिए हमने वीडियो के कई की-फ्रेम्स निकाले और उन्हें गूगल लेंस के जरिये सर्च किया। सर्च किये जाने पर हमें यह वीडियो एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। यहां वीडियो में व्यक्ति के बारे में दी गई जानकारी के मुताबिक, इनका नाम मोहम्मद अल तौहीदी है। वहीं, हमें इस वीडियो पर ‘ArthACultureFest’ नाम यूट्यूब क्रेडिट में नजर आया।

‘ArthACultureFest’ के यूट्यूब चैनल पर हमें वायरल वीडियो 13 फरवरी 2019 को अपलोड हुआ मिला। यहां वीडियो के लम्बे वर्जन को देखा जा सकता है। वहीं, वीडियो के साथ दिए गए डिस्क्रिप्शन में लिखा है, 8-9-10 फरवरी, 2019 को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA), दिल्ली में आयोजित अर्थ – ए कल्चर फेस्ट में राजीव मल्होत्रा और विश्व अदलुरी के साथ ऑस्ट्रेलियाई मुस्लिम विद्वान, इमाम तौहीदी।”

सर्च में हमें इमाम तौहीदी से जुड़ा टाइम्स ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर आर्टिकल मिला। 6 फरवरी 2019 को पब्लिश हुए इस आर्टिकल में दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘इराकी मूल के मुस्लिम धर्मगुरु मोहम्मद तौहीदी ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं और चरमपंथ के खिलाफ अभियान चलाने के लिए जाने जाते हैं।’

वायरल पोस्ट से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने अमीरात में स्थित पत्रकार सानिया अजीज से संपर्क साधा और वायरल वीडियो को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने भी पुष्टि देते हुए बताया कि यह शख्स यूएई के क्राउन प्रिंस नहीं हैं।

 अब बारी थी फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया कि यूजर को 13 हजार लोग फॉलो करते हैं। वहीं, इस प्रोफाइल से ज्यादातर विचारधारा विशेष से जुड़ी पोस्ट शेयर की जाती है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा दावा फर्जी है। वीडियो में यूएई के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान नहीं हैं। वायरल किये जा रहे वीडियो में ऑस्ट्रेलिया के शिया इन्फ्लुएंसर व धर्मगुरु मोहम्मद अल तौहीदी हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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