विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि हमले के वायरल वीडियो का इजरायल और हमास जंग से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो साल 2019 में सीरिया पर हुए हमले का है, जिसे अब इजरायल और हमास जंग से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग जारी है। इससे जुड़ी कई फेक तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में बच्चों को टूटे हुए घरों में बैठकर रोते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो फिलिस्तीन पर हुए हमले का है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को इजरायल और हमास जंग से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो साल 2019 में सीरिया पर हुए हमले का है, जिसे अब इजरायल और हमास जंग से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘मुबारिक हुसैन’ ने 21 अक्टूबर 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “Assalamuwalaikum कहाँ है , दुनिया के वो हुक्मरान जो इंसाफ़ की बड़ी- बड़ी बातें करते हैं, लेकिन जब ज़ुल्म होता है । किसी मज़लूम पर तो चुप रहते है। अल्लाह फिलिस्तीन की गैरो से मदद फ़रमा। आमीन FreePalaestine”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें वीडियो का लंबा वर्जन तारेक एम चिंदेब (Tarek M Chindeb) नामक एक फेसबुक अकाउंट पर मिला। वीडियो को 31 मई 2019 को शेयर किया गया है। मौजूद जानकारी के मुताबिक, “वायरल वीडियो सीरिया के Ma`arat al-Nu`man शहर में हुए हमले का है।”
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो ‘द वाइट हेलमेट’ नामक एक एक्स अकाउंट पर मिला। वीडियो को 31 मई 2019 को शेयर किया गया है। कैप्शन में बताया गया है, “रमजान के पवित्र महीने के आखिरी दिन बच्चों की डरावनी चीखें सुनाई दी। आज निशाना था मारेत नुमान (Maaret Numan) शहर। आज के इस हमले में पांच नागरिकों की मौत हो गई, जिसमें 3 भाई थे। लड़कों के माता-पिता को जीवित बचा लिया गया और 1 भाई को मलबे से निकाला गया।”
द व्हाइट हेलमेट के एक्स अकाउंट को खंगालने पर हमने पाया कि यह सीरिया का सिविल डिफेंस संगठन है, जिसे ‘द व्हाइट हेलमेट’ के नाम से भी जाना जाता है। यह वहां पर आई आपदा, हमलों और परेशानियों में लोगों को मदद करता है। यह संगठन अभी तक कई लोगों की जान बचा चुका है।
अधिक जानकारी के लिए हमने सीरिया के पत्रकार इजालदेन अलकासेम (Izzalden alqasem)से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। यह वीडियो करीब तीन साल पुराना है और सीरिया पर हुए एक हमले का है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि हमले के वायरल वीडियो का इजरायल और हमास जंग से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो साल 2019 में सीरिया पर हुए हमले का है, जिसे अब इजरायल और हमास जंग से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।
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