Fact Check : कूनो नेशनल पार्क के नाम पर वायरल हुआ केन्‍या का वीडियो

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में कूनो नेशनल पार्क के चीतों के नाम वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। इम्‍पाला के शिकार का ओरिजनल वीडियो केन्‍या का है। इसका मध्‍य प्रदेश के कूनो से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। मध्‍य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में 17 सितंबर को अफ्रीकी देश नामीबिया से ला कर छोड़े गए चीतों के बाद से ही सोशल वीडियो में कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। अब एक वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि संबंधित वीडियो कूनो पार्क में छोड़े गए चीतों का है। इसमें एक चीते को इम्‍पाला का शिकार करते हुए देखा जा सकता है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पता चला कि वायरल वीडियो केन्‍या का है। इसका कूनो में छोड़े गए चीतों से कोई संबंध नहीं है। इससे पहले भी कूनो के नाम पर कई पोस्‍ट वायरल हो चुकी है, जिसकी जांच विश्‍वास न्‍यूज ने की है। इन पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर गुन्‍नू गुर्जर ने 22 सितंबर को एक वीडियो अपलोड करते हुए लिखा : ‘कूनो पार्क में हिरणो को इसी लिए छोड़ा गया था चितो ने पार्क मचाया आतंक और खाने के लिए घूम रहे है।’

वायरल पोस्‍ट के क्‍लेम को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावों को जानने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च का सहारा लिया। यहां सर्च करने पर हमें एक भी ऐसी खबर या वीडियो नहीं मिला, जो इस बात की पुष्टि करे कि कूनो नेशनल पार्क के चीतों ने ऐसा कोई शिकार किया है, जैसा वायरल पोस्‍ट में दावा किया जा रहा है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो के कीफ्रेम्‍स निकाले। इसके लिए इनविड टूल का सहारा लिया गया। इन कीफ्रेम्‍स को रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च करने पर ओरिजनल वीडियो Lemurt Wildlife Tours नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे 17 अगस्‍त 2022 को अपलोड किया गया था। इसमें बताया गया कि इम्‍पाला के शिकार का यह वीडियो मसाई मारा का है। मसाई मारा केन्‍या में आता है। यह यूटयूब चैनल पर भी केन्‍या से ही संचालित होता है।

पड़ताल के अगले चरण में विश्‍वास न्‍यूज ने लेमर्ट वाइल्‍डलाइफ टूर के सोशल मीडिया हैंडल को खंगालना शुरू किया। ओरिजनल वीडियो इनके फेसबुक पेज पर भी मिला। इसे यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल के दौरान लेमर्ट वाइल्‍डलाइफ फोटोग्राफी के फाउंडर जॉन लेमर्ट से संपर्क किया गया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो उन्‍हीं का है। यह वीडियो 17 अगस्‍त 2022 को मसाई मारा केन्‍या में बनाया गया था।

अब बारी थी केन्‍या के वीडियो को कूनो का बताकर वायरल करने वाले फेसबुक यूजर की जांच करने की। फेसबुक यूजर गुन्‍नू गुर्जर राजस्‍थान के जयपुर के रहने वाले हैं। इस पेज को 10 हजार से ज्‍यादा लोगों ने लाइक किया हुआ है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में कूनो नेशनल पार्क के चीतों के नाम वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। इम्‍पाला के शिकार का ओरिजनल वीडियो केन्‍या का है। इसका मध्‍य प्रदेश के कूनो से कोई संबंध नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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