Fact Check: यह आयरलैंड की क्रिसमस परेड का वीडियो है, किसान आंदोलन से नहीं है कोई संबंध

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि वीडियो भारत का नहीं, बल्कि आयरलैंड का है, जहाँ क्रिसमस के मौके पर इस परेड का आयोजन किया गया था। इस वीडियो का किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। किसान आंदोलन के बीच लाइटों से सजे ट्रैक्टरों की परेड का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कुछ लोग इसे किसान आंदोलन से जोड़ते हुए दावा कर रहे हैं कि यह 26 जनवरी को होने वाले किसान परेड की तैयारी का वीडियो है।

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि वीडियो भारत का नहीं, बल्कि आयरलैंड का है, जहाँ क्रिसमस के मौके पर इस परेड का आयोजन किया गया था। इस वीडियो का किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Anish Jain ने वायरल वीडियो को पोस्‍ट करते हुए दावा किया : ‘26 जनवरी परेड की तैयारी पूरी हो चुकी है। जय किसान।’

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल हो रहे वीडियो को InVID टूल में अपलोड किया और इस वीडियो के स्क्रीनग्रैब्‍स निकाले। जब हमने रिवर्स इमेज टूल में इन स्क्रीनग्रैब्‍स को अपलोड करके सर्च किया तो हमें यह वीडियो Delta Agribusiness नाम के एक फेसबुक पेज पर 16 दिसंबर 2020 को पोस्टेड मिला। पोस्ट में इसे आयरलैंड की ट्रैक्टर क्रिसमस परेड का बताया गया था। डिस्क्रिप्शन में लिखा था, “They know how to turn it on in Ireland. Checkout this annual Christmas Tractor Run. #santasleigh #tractor #thispartyislit #10outof10”

कीवर्ड्स के साथ ढूंढ़ने पर हमें आयरलैंड की इस रैली के वीडियो और तस्वीरें कई और वेबसाइट्स पर मिलीं। farmersjournal.ie के अनुसार, यह एक सालाना रैली है, जिसे हर वर्ष क्रिसमस के दौरान निकाला जाता है। इस वर्ष कोरोना वायरस रिस्ट्रिक्शन्स की वजह से इस रैली को क्रिसमस से पहले ही निकाला गया और इसके वीडियो को लोगों के लिए ऑनलाइन रिलीज किया गया। खबर में लिखा था, “To prevent crowds gathering in the town to watch the run, the tractor run is being held virtually this year on YouTube and Facebook on 19 December at 7pm.”

हमने इस विषय में ज़्यादा पुष्टि के लिए हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के संवाददाताओं से संपर्क किया, जो अलग-अलग स्थानों पर किसानों के प्रदर्शन को कवर कर रहे हैं। सिंधु बॉर्डर कवर कर रहे संवाददाता सोनू राणा और टिकरी बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन की रिपोर्टिंग कर रहे भगवान झा ने पुष्टि की कि वायरल हो रहा वीडियो किसानों के प्रदर्शन से संबंधित नहीं है।

इस विषय में हमने फार्मर जर्नल की संवाददाता कटरीना किन्सेला से भी मेल पर संपर्क साधा। उन्होंने जवाब में कहा, “यह वीडियो आयरलैंड के नेनघ की वार्षिक ट्रैक्टर रैली का ही है, जिसे इस वर्ष कोविड रेस्ट्रिक्शन्स के चलते ऑनलाइन प्रीमियर किया गया था।”

अंत में हमने उस फेसबुक पेज की सोशल स्‍कैनिंग की, जिसने इस वीडियो को किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल किया। हमें पता चला कि Anish Jain को 16835 लोग फॉलो करते हैं। वे राजस्थान के जयपुर के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि वीडियो भारत का नहीं, बल्कि आयरलैंड का है, जहाँ क्रिसमस के मौके पर इस परेड का आयोजन किया गया था। इस वीडियो का किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।

False
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