Fact Check: यह यूक्रेन के एक रेलवे स्टेशन की तस्वीर है, बांग्लादेशी क्रिकेटर शाकिब अल हसन की बनवाई मस्जिद की नहीं

Vishvas News ने अपनी पड़ताल यह दावा भ्रामक पाया। वायरल तस्वीर में दिख रही इमारत असल में यूक्रेन के एक रेलवे स्टेशन की है, कोई मस्जिद नहीं। हालांकि, यह बात सही है कि बांग्लादेशी क्रिकेटर शाकिब अल हसन ने बांग्लादेश में एक मस्जिद के निर्माण में वित्तीय सहायता की थी, मगर तस्वीर में दिख रही इमारत वह मस्जिद नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर दो तस्वीरों का एक कोलाज वायरल हो रहा है, जिसमें ऊपर बांग्लादेशी क्रिकेटर शाकिब अल हसन और नीचे एक बड़ी-सी इमारत की तस्वीर देखी जा सकती है। पोस्ट को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है, “बांग्लादेश के मुसलमान खिलाड़ी साकिब अल हसन और उसकी पत्नी ने अपने शहर में यह मस्जिद बनवाई है।’

Vishvas News ने अपनी पड़ताल में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल तस्वीर में दिख रही इमारत की तस्वीर असल में यूक्रेन के एक रेलवे स्टेशन की है, किसी मस्जिद की नहीं। हालांकि, यह बात सही है कि बांग्लादेशी क्रिकेटर शाकिब अल हसन ने बांग्लादेश में एक मस्जिद के निर्माण में वित्तीय सहायता की थी, मगर तस्वीर में दिख रही इमारत वह मस्जिद नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

Mohammed Saad नाम के फेसबुक यूजर ने 11 मार्च को इस कोलाज को शेयर करते हुए लिखा “बांग्लादेश के मुसलमान खिलाड़ी साकिब अल हसन और उसकी पत्नी ने अपने शहर में एक मस्जिद बनवाई जिसमें लगभग 90 लाख रुपए का खर्चा आया। इस खर्चे को पूरा शाकिब अल हसन ने अपनी जेब से दिया या अल्लाह इस के नेक इरादों को पूरा करें🤲🤲🤲 #अलहमदुलिल्ला!👇।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें।

पड़ताल:

विश्वास न्यूज़ ने सबसे पहले वायरल पोस्ट में दिख रही तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। सरल कीवर्ड खोज के साथ अपनी जांच शुरू की। हमें यह तस्वीर shutterstock.com पर मिली। तस्वीर के साथ लिखे डिस्क्रिप्शन के अनुसार, यह इमारत यूक्रेन के खार्किव रेलवे स्टेशन की है।

विश्वास न्यूज़ ने सबसे पहले वायरल पोस्ट में दिख रही तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। सरल कीवर्ड खोज के साथ अपनी जांच शुरू की। हमें यह तस्वीर shutterstock.com पर मिली। तस्वीर के साथ लिखे डिस्क्रिप्शन के अनुसार, यह इमारत यूक्रेन के खार्किव रेलवे स्टेशन की है।

कीवर्ड्स के साथ रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह तस्वीर कई जगह मिली। सभी जगह इसे यूक्रेन के खार्किव रेलवे स्टेशन का बताया गया।

पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज ने बांग्लादेश प्रेस काउंसिल के सहायक सेक्रेटरी इकराम रहमान से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “ये बात सच है कि शाकिब अल हसन ने मगुरा जिले में अपने पुश्तैनी गांव में एक मस्जिद बनवाई है, लेकिन वायरल पोस्ट में दिख रही तस्वीर उस मस्जिद की नहीं है।”

कीवर्ड्स के साथ ढूंढ़ने पर हमें कई खबरें मिलीं, जहां शाकिब अल हसन द्वारा बनायीं गयी मस्जिद के बारे में जानकारी थी। ख़बरों के अनुसार, मगुरा जिले में बनी एक मस्जिद के निर्माण में शाकिब अल हसन ने वित्तीय सहायता की थी। वायरल तस्वीर और शाकिब अल हसन द्वारा बनायी गयी मस्जिद में अंतर आप नीचे देख सकते हैं।

विश्वास न्यूज ने अंत में फेसबुक यूजर Mohammed Saad के प्रोफ़ाइल की जांच की। यूजर को 1,099 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: Vishvas News ने अपनी पड़ताल यह दावा भ्रामक पाया। वायरल तस्वीर में दिख रही इमारत असल में यूक्रेन के एक रेलवे स्टेशन की है, कोई मस्जिद नहीं। हालांकि, यह बात सही है कि बांग्लादेशी क्रिकेटर शाकिब अल हसन ने बांग्लादेश में एक मस्जिद के निर्माण में वित्तीय सहायता की थी, मगर तस्वीर में दिख रही इमारत वह मस्जिद नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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