Fact Check: हिरण पर चीतों के हमले की इस तस्वीर के साथ गढ़ी जा रही यह कहानी गलत है

वायरल पोस्ट के साथ बताई गई भावनात्मक कहानी मनगढ़ंत है। तस्वीर को खींचने वाली फोटोग्राफर ने भी इस बात की पुष्टि की है।

Fact Check: हिरण पर चीतों के हमले की इस तस्वीर के साथ गढ़ी जा रही यह कहानी गलत है

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस वायरल तस्वीर में दो चीतों को एक हिरण का शिकार करते देखा जा सकता है। इस तस्वीर की ख़ास बात ये है कि दोनों चीतों ने हिरन को गर्दन से दबोचा हुआ है, मगर इसके बावजूद भी यह हिरण बेहद स्थिर है, जो स्थिति को देखते हुए अचरज वाली बात है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है, “इस हिरण ने अपने बच्चों को बचाने के लिए चीतों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।” हमने अपनी पड़ताल में पाया कि यह कहानी मनगढ़ंत है। तस्वीर को खींचने वाली फोटोग्राफर ने भी इस बात की पुष्टि की है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Fadeematu Ibrahim Hamman ने यह पोस्ट शेयर किया, जिसमें डिस्क्रिप्शन में लिखा था: “This picture is considered one of the best pictures in the last ten years because it made its owner ((the photographer)) in a state of depression: The story says: these two cheetahs attacked the gazelle at a time when it was playing with its young children, and that the deer had an opportunity to escape, and the distance and saving her life were in her favour, but she decided to surrender herself to the cheetahs in this way.  Why ??  To give her youngsters a chance to escape…because if she ran away first, there wouldn’t be much time for her babies to escape. The picture is the last moment of the mother with her throat in the mouth of the cheetah, as she looks firmly to make sure that her young escaped safely before they were prey. A mother is the only person in the world who can give her life for you for nothing. Remember her, even with a prayer, may Allah have mercy on our mothers .   Aameen thumma Aameen #Mother ”

जिसका हिंदी अनुवाद होता है “यह तस्वीर पिछले दस वर्षों में सबसे अच्छी तस्वीरों में से एक है, क्योंकि इसने अपने मालिक (फोटोग्राफर) को डिप्रेशन में ला दिया: इस तस्वीर के पीछे की कहानी: इन दोनों चीतों ने उस समय हिरण पर हमला किया जब वह अपने बच्चों के साथ खेल रही थी..हिरण के पास भागने का मौका था और दूरी और अस्तित्व उसके पक्ष में था, लेकिन उसने खुद को चीतों के सामने आत्मसमर्पण करने का फैसला किया। क्यूं ?? अपने बच्चों को भागने का मौका देने के लिए … क्योंकि अगर वह पहले बच जाती है, तो उसके बच्चों के बचने का समय नहीं होगा। तस्वीर में चीतों के मुंह में मां की गर्दन है। मगर अंत तक वो ये सुनिश्चित करने के लिए शांत है कि उसके छोटे बच्चे शिकार होने से पहले शांति से बच निकले। दुनिया में एक मां ही एक ऐसी शख्सियत है जो मुफ्त में आपके लिए अपनी जान कुर्बान कर सकती है। तो उसे दुआ के साथ भी याद करो। अल्लाह सभी माताओं की रक्षा करे। अमीन अल्लाहुम्मा अमीन  #Mother.”

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

हमने सबसे पहले इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढा। हमें ये तस्वीर Alison Buttigieg नाम के एक फेसबुक यूजर की टाइमलाइन पर 13 फरवरी 2017 को अपलोडेड मिली। इस तस्वीर को अपलोड करते हुए Alison Buttigieg ने लिखा था “My Stranglehold photo went viral with a completely ridiculous fake story accompanying it, and implications I fell into depression after I took it (seriously who comes up with this crap?!?) – Not to mention the gross copyright violations.  Sensationalism at its best – complete fiction so that people get more likes on their page.  The photo with the fake story has been shared hundreds of thousands of times on various social media.  I am getting inundated by hundreds and hundreds of messages asking me whether I am the “depressed photographer”. I have been tagged in LinkedIn with the fake story – that’s going to do wonders for my career.   What a vile world we live in, full of stupid gullible people spreading #fakenews like crazy.   To set the record straight the real story can be found here:  http://www.alisonbuttigieg.com/cheetahkill/ – with Alison Buttigieg Wildlife Photography” अनुवाद: मेरी स्ट्रैंगलहोल्ड तस्वीर के साथ एक पूरी तरह से हास्यास्पद और नकली कहानी वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि इसे लेने के बाद मैं डिप्रेशन में चली गयी थी। (गंभीरता से ऐसी बकवास कौन लिखता है?!?) – यह सकल कॉपीराइट उल्लंघन है। ये सब इसलिए, ताकि लोगों को उनके पेज पर ज्यादा से ज्यादा लाइक मिले। नकली कहानी वाली तस्वीर को विभिन्न सोशल मीडिया पर सैकड़ों-हजारों बार साझा किया गया है। मुझे सैकड़ों और सैकड़ों संदेश मिल रहे हैं, जहां मुझसे लोग पूछ रहे हैं कि क्या मैं “डिप्रेस फोटोग्राफर” हूं। मुझे लिंक्डइन में नकली कहानी के साथ टैग किया गया है – यह मेरे करियर के लिए अजीब है। हम कितनी घिनौनी दुनिया में रहते हैं, पागलों की तरह #fakenews फैलाने वाले बेवकूफ भोले-भाले लोगों से भरी हुई है। वास्तविक कहानी यहां पढ़ी जा सकती है: http://www.alisonbuttigieg.com/cheetahkill/ – एलिसन बटिगिएग वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के साथ.

हमें यह तस्वीर एलिसन बटिगिएग की वेबसाइट पर भी मिली। यहाँ हमें इस तस्वीर के बारे में डिटेल्स मिलीं। तस्वीर के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा था, “अनुवादित: मैंने सितंबर 2013 में केन्या के मासाई मारा में इस हिरन का शिकार देखा। चीते की मां नरशा अपने बच्चों को शिकार को मारना सिखा रही थी। हालांकि, वे तेज गति से थोड़े धीमे थे और वे असहाय इम्पाला शिकार को मारने के बजाय उसके साथ खेल रहे थे। नरशा, चीते की माँ है, जो सभी तस्वीरों में इम्पाला को गले पकड़े हुए है। युवा कुछ कौशल का अभ्यास करते हैं। जैसे कि उछलना और ट्रिपिंग करना, जो उन्हें सही लगता है, लेकिन ऐसा नहीं लगता कि वे इम्पाला को प्रभावी ढंग से गला घोंटने में सक्षम हैं। तस्वीरों के इस क्रम में जो असामान्य है वह यह है कि इम्पाला (हिरण) इस पूरी प्रक्रिया में कितना शांत है। यह शायद सदमे में है और इसे डर से लकवा मार गया है।……..” पूरी कहानी यहाँ पढ़ी जा सकती है।

इस विषय में पुष्टि के लिए हमने एलिसन बटिगिएग से संपर्क साधा और इस तस्वीर के साथ किये जा रहे वायरल दावे के बारे में पूछा। उन्होंने कहा “यह दावा बिल्कुल वाहियात है। मैं पहले भी इसे कई बार नकार चुकी हूं। मेरे सोशल मीडिया पेजेज पर पूरा डिनायल पढ़ा जा सकता है।”

हमने ऐसे ही एक पोस्ट की पहले भी पड़ताल की थी। उस पूरे फैक्ट चेक को पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।

फेसबुक पर यह पोस्ट Fadeematu Ibrahim Hamman नामक यूजर ने शेयर की थी। इस यूजर की प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर के फेसबुक पर 9,395 फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: वायरल पोस्ट के साथ बताई गई भावनात्मक कहानी मनगढ़ंत है। तस्वीर को खींचने वाली फोटोग्राफर ने भी इस बात की पुष्टि की है।

False
Symbols that define nature of fake news
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