Fact Check : ऋषि सुनक की पुरानी तस्‍वीर का सुंदरकांड से नहीं है कोई संबंध, फर्जी है वायरल पोस्‍ट

ऋषि सुनक की एक पुरानी तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करके झूठ फैलाया जा रहा है। तस्‍वीर उस वक्‍त की है, जब ऋषि सुनक ब्रिटेन में एक मंदिर में पत्‍नी के साथ जन्‍माष्‍टमी के मौके पर गए थे। उस वक्‍त वे पीएम पद के उम्‍मीदवार थे।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक पोस्‍ट वायरल हो रही है। इसमें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और रामचरित मानस की तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह तस्‍वीर उनके ऑफिस में सुंदरकांड के पाठ की ही है। इतना ही नहीं, दावा यह भी किया गया कि शिवरात्रि से सरकारी खर्चे पर हर मंत्री के दफ्तर में हर मंगलवार सुंदरकांड का पाठ हुआ करेगा। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इसे सच मानकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। ऋषि सुनक की एक पुरानी तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करके झूठ फैलाया जा रहा है। तस्‍वीर उस वक्‍त की है, जब ऋषि सुनक ब्रिटेन में एक मंदिर में पत्‍नी के साथ जन्‍माष्‍टमी के मौके पर गए थे। उस वक्‍त वे पीएम पद के उम्‍मीदवार थे।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ‘सनातन के सेवक’ ने 12 फरवरी को एक पोस्‍ट करते हुए दावा किया, “अरे मूर्खो तुम रामचरित मानस का मजाक उड़ाते रहे हो वहा इंग्लैंड में ऋषि सुनक ने बड़ा खेल कर दिया. ये फोटू सुनक के ऑफिस में सुंदरकांड के पाठ की ही है।ब्राह्मण पुत्र सुनक ने बयान दिया है शिवरात्रि से सरकारी खर्चे पे हर मंत्री के दफ्तर में हर मंगलवार सुंदरकांड का पाठ हुआ करेगा। जय सनातन”

पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे वायरल कर रहे हैं। इसके आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज टूल का इस्‍तेमाल किया। इस टूल के माध्‍यम से वायरल तस्‍वीर के बारे में पता लगाने की कोशिश की गई। असली तस्‍वीर ऋषि सुनक के ट्विटर हैंडल पर मिली। इसे 18 अगस्‍त 2022 को पोस्‍ट करते हुए ऋषि सुनक की ओर से लिखा गया कि मैं पत्नी के साथ भक्ति वेदांत मनोर मंदिर में जन्माष्टमी मनाने गया था।

सर्च के दौरान यह तस्‍वीर भास्‍कर डॉट कॉम की वेबसाइट पर पब्लिश एक खबर में भी मिली। इसे छह महीने पहले प्रकाशित किया गया था। इसमें लिखा गया, “ब्रिटेन के PM पद के उम्मीदवार ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति गुरुवार को भगवान कृष्ण के मंदिर पहुंचे। उन्होंने दर्शन किए और जीत की कामना की। सोशल मीडिया पर सुनक ने लिखा, मैं पत्नी के साथ भक्ति वेदांत मनोर मंदिर में जन्माष्टमी मनाने गया था। यह हिन्दुओं का लोकप्रिय त्योहार है। हम इसे धूमधाम से मनाते हैं। इसमें भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाया जाता है।” पूरी खबर यहां पढ़ें।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए लंदन स्थित पत्रकार अखिल रंजन से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया, “ऋषि सुनक के यूके के पीएम पद की रेस में आने के बाद और ख़ासकर पीएम बनने के बाद उनके नाम पर ऐसे बहुत सारे फेक न्यूज फैलाया जाता रहा है। वैसे भी यह तस्वीर उनके प्रधानमंत्री बनने के पहले की है जब वे जन्माष्टमी के मौक़े पर मंदिर गए थे। उन्होंने यह फोटो खुद ट्वीट की थी।”

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर ‘सनातन के सेवक’ को छह सौ से ज्यादा फ्रेंड हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक की मंदिर की पुरानी तस्‍वीर को अब फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट