विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि मेसी की असली फोटो को एडिट कर इसमें बंदूकें जोड़ी गई हैं। असली तस्वीर में ट्रॉली के अंदर किराना सामग्री थी ना कि बंदूकें । वायरल किया रहा दावा फर्जी है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर फुटबॉलर लियोनेस मेसी की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वह ग्रोसरी स्टोर में नजर आ रहे हैं और उनके आगे ट्राली में कथित तौर पर बंदूकें दिखाई दे रही हैं। तस्वीर को असली समझते हुए यूजर शेयर कर रहे हैं। विश्वास न्यूज़ ने वायरल तस्वीर की जांच में इसे फर्जी पाया। तस्वीर को एडिट करके इसमें बंदूकें जोड़ी गई हैं। असली तस्वीर में ट्रॉली के अंदर किराना सामग्री थी।
फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”मेसी पहले ही अमेरिकी संस्कृति को अपना चुके हैं।”
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें।
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल की जा रही तस्वीर को गूगल लेंस और रिवर्स इमेज के जरिये सर्च किया। सर्च में हमें यही फर्जी तस्वीर कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और पोर्टल्स पर मिली, जिससे पता चलता है कि यह तस्वीर काफी वायरल है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने अलग- अलग कीवर्ड से तस्वीर को खोजना शुरू किया और हमें डेली मेल डॉट यूके की वेबसाइट पर 14 जुलाई 2023 को मेसी की यही तस्वीर खबर के साथ अपलोड हुई मिली। यहाँ तस्वीर में ट्रॉली में किराना सामग्री रखी हुई नजर आई ना कि बंदूकें।
इस आर्टिकल के साथ दी गई मालूमात के मुताबिक, ”साउथ फ्लोरिडा में आज लियोनेल मेसी का दूसरा दिन है और वह अमेरिकन कल्चर में एडजस्ट की कोशिश कर रहे हैं और इसी बीच मेसी मियामी में अपने परिवार के साथ ग्रोसरी शॉपिंग करते हुए स्पॉट किये गए।” इस आर्टिकल में मेसी की ग्रोसरी शॉपिंग करते हुए दूसरी तस्वीरें भी मिलीं।”
असली और एडिटेड तस्वीर के दरमियान फर्क को साफ तौर पर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज़ ने वायरल पोस्ट से जुड़ी पुष्टि के लिए खेल पत्रकार अभिषेक त्रिपाठी से सम्पर्क किया और उन्होंने हमें बताया, यह फोटो फर्जी है, इसे एडिट करके तैयार किया गया है।
फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक पेज की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि पेज को 4.3 हजार लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि मेसी की असली फोटो को एडिट कर इसमें बंदूकें जोड़ी गई हैं। असली तस्वीर में ट्रॉली के अंदर किराना सामग्री थी ना कि बंदूकें । वायरल किया रहा दावा फर्जी है।
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