Fact Check: क्रोएशिया में हुए मंत्रोच्चारण के कार्यक्रम को अमेरिका के व्हाइट हाउस का बताकर किया जा रहा है वायरल

हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह दावा गलत है। यह वीडियो अमेरिका के व्हाइट हाउस का नहीं है। असल में यह वीडियो पुराना है और क्रोएशिया का है।

Fact Check: क्रोएशिया में हुए मंत्रोच्चारण के कार्यक्रम को अमेरिका के व्हाइट हाउस  का बताकर  किया जा रहा है वायरल

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ विदेशी लोगों को भजन और वैदिक मंत्रों का उच्चारण करते देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया गया है कि यह वीडियो अमेरिका के व्हाइट हाउस का है। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह दावा गलत है। असल में यह वीडियो पुराना है और व्हाइट हाउस का नहीं है। यह 2018 में क्रोएशिया में हुए एक कार्यक्रम का है, जहाँ वैदिक मंत्रोच्चार किया गया था।

क्या है वायरल पोस्ट में

सुदेश गौड़ नाम के फेसबुक यूजर (Archive) ने 4 सितम्बर को इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा “जय सनातन। अमेरिका के व्हाइट हाउस में “श्री रुद्रम स्तोत्रम्” का पाठ किया गया। यह कल्पना करना असंभव है कि अमेरिकी इसका इतनी सफाई से उच्चारण कर सकते हैं। क्या यह बहुत बड़ा गौरव है? व्हाइट हाउस में जेफरी अर्हार्ट द्वारा “श्री रुद्रम स्तोत्रम्” का पाठ किया गया। इस अद्भुत वीडियो को देखें और सनातनी होने पर गर्व महसूस करें।”

पड़ताल

पड़ताल को शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले इस वीडियो को INVID टूल पर डालकर इसके कीफ्रेम्स निकाले, फिर उन्हें गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। इस सर्च में हमारे हाथ 28 अप्रैल 2018  को यूट्यूब पर अपलोड हुआ एक वीडियो लगा, जिसका डिस्क्रिप्शन था-  “क्रोएशिया में 400 से अधिक यूरोपीय लोगों द्वारा श्री रुद्रम चमकम मंत्रों का उच्चारण किया गया। यूरोपियन वेद एसोसिएशन विश्व शांति के लिए यूरोप में कई स्थानों पर यह परफॉर्म करेगा।” इस वीडियो को कृष्णा सिंह नाम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था।

हमें यह वीडियो Svns Bhakthi Channel नाम के यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड मिला। यहाँ भी वीडियो के साथ लिखे डिस्क्रिप्शन के अनुसार यह वीडियो क्रोएशिया का था।

यहाँ से क्लू लेते हुए हमने गूगल ओपन कीवर्ड सर्च किया। हमने ‘यूरोपियन वेद एसोसिएशन’ जैसे कीवर्ड्स का इस्तेमाल किया। हमें यूरोपियन वेद एसोसिएशन की वेबसाइट मिली। हमें पता चला कि यह एक यूरोपियन नेटवर्क है, जो ऐसे कार्यक्रम करता रहता है। ढूंढ़ने पर हमें इस वेबसाइट पर मार्च 2018 में यूरोप के कई हिस्सों में हुए मंत्रोच्चारण प्रोग्राम के बारे में जानकारी मिली। यहाँ हमें इस दौरान क्रोएशिया में हुए मंत्रोच्चारण कार्यक्रम की तस्वीरें भी मिलीं। यह तस्वीरें वायरल हो रहे वीडियो से काफी मिलती-जुलती हैं ।

इन तस्वीरों और  वायरल वीडियो में समानता नीचे दिए गए कोलाज में देखी जा सकती है।

इसके बाद हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च करके ढूंढा कि क्या व्हाइट हाउस में हाल-फिलहाल में ऐसा कोई कार्यक्रम हुआ है। हमें हाल में हुए ऐसे किसी कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं मिली। हालांकि, हमें अक्टूबर 2022 की खबरें मिलीं, जिनमें बताया गया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में दिवाली का बड़ा कार्यक्रम किया था। मगर इस कार्यक्रम में कहीं भी किसी तरह के भजन कीर्तन, या मंत्रोच्चारण कराये जाने की कोई खबर नहीं थी।

हमने पुष्टि के लिए इस विषय में दैनिक जागरण के लिए इंटरनेशनल अफेयर्स कवर करने वाले पत्रकार जेपी रंजन से बात की। उन्होंने कन्फर्म किया कि व्हाइट  हाउस में ऐसा कोई कार्यक्रम होने की कोई खबर सामने नहीं आई है।

इस पोस्ट को सुदेश गौड़ नाम के एक फेसबुक यूजर ने शेयर किया। यूजर के प्रोफ़ाइल के अनुसार, वे कानपुर  के रहने वाले हैं और फ़िलहाल भोपाल में रहते हैं।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह दावा गलत है। यह वीडियो अमेरिका के व्हाइट हाउस का नहीं है। असल में यह वीडियो पुराना है और क्रोएशिया का है।

False
Symbols that define nature of fake news
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