Fact Check : भैंसे को गोली मारने का पाकिस्‍तान का पुराना वीडियो भारत के संदर्भ में वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। जिस वीडियो को भारत के संदर्भ में वायरल किया जा रहा है, वह पाकिस्‍तान के कराची का पुराना वीडियो है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक भैंसा को गोली मारते हुए लोगों को देखा जा सकता है। वीडियो में दिख रहे लोगों के पास अलग-अलग प्रकार के हथियार देखे जा सकते हैं। सोशल मीडिया यूजर्स इसे भारत का समझकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने इसकी जांच तो पता चला कि यह पाकिस्‍तान के कराची का 2021 का वीडियो है। कराची में कुर्बानी के एक भैंसे पर फायरिंग की गई थी। इस घटना के बाद आठ लोगों को अरेस्‍ट भी किया गया था। इस वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर नीरज कुमार ने 11 जुलाई को एक वीडियो को पोस्‍ट करते हुए लिखा : ‘ये हिंदुस्तान है क्या…. इतने खतरनाक हथियार कहाँ से आये इनके पास जो शायद आर्मी के पास होते हैं…..एक जानवर के लिए इतने हथियार निकले हैं और हथियारों की कैटेगरी पर भी ध्यान दीजिए। आप कहां हो ? क्या है आपकी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य ? आप की सोच केवल पेट्रोल-गैस-प्याज़-टमाटर के बढ़ते दाम पर सरकारों को कोसने तक ही सीमित हैं।’

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट में लिखी गई बातों को यहां ज्यों का त्यों पेश किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले इसके कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल के माध्‍यम से सर्च करना शुरू किया। वायरल वीडियो हमें पाकिस्‍तान के जियो टीवी की वेबसाइट पर मिला। 21 जुलाई 2021 को पब्लिश एक खबर में इस वीडियो का इस्‍तेमाल किया गया था। इस खबर में बताया गया कि कुर्बानी से पहले एक भैंसा भाग गया था। जिसके बाद उसे गोली मारी गई। यह घटना कराची के स्‍कीम 33 इलाके में हुई थी। संबंधित खबर यहां पढ़ें।

सर्च के दौरान यूट्यूब पर भी एक खबर मिली। इसे 22 जुलाई 2021 को अपलोड किया गया। इसमें बताया गया कि कराची में एक भैंसे पर फायरिंग करने वाले आठ लोगों को अरेस्‍ट किया गया। संबंधित खबर यहां देखें।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने पाकिस्‍तान स्थित 92 न्‍यूज के पत्रकार आरिफ महमूद से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो कराची का है।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर नीरज कुमार सहारनपुर के रहने वाले हैं। इस अकाउंट से चार हजार से ज्‍यादा लोग जुड़े हुए हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। जिस वीडियो को भारत के संदर्भ में वायरल किया जा रहा है, वह पाकिस्‍तान के कराची का पुराना वीडियो है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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