पाकिस्तान में कॉलेज छात्रा के साथ कथित रेप की घटना के बाद लाहौर में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के संदर्भ में एक युवा कपल के साथ हुई मारपीट का मामला वास्तव में जुलाई 2021 में हुई पुरानी घटना का है, जिसके आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई जा चुकी है। इसी पुरानी घटना के वीडियो को पाकिस्तानी मंत्री के लाहौर प्रदर्शन में शामिल युवती के साथ रेप के फेक दावे से शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पाकिस्तान में एक कॉलेज छात्रा के साथ हुए कथित रेप के बाद लाहौर में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर एक युवा कपल के साथ मारपीट और लड़की के साथ बदसलूकी की घटना का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुई घटना का वीडियो है, जिसमें नजर आ रहा आरोपी पंजाब प्रांत में मरियम नवाज सरकार के शिक्षा मंत्री राणा सिकंदर हयात हैं। दावा किया जा रहा है कि सिकंदर हयात ने कैमरे के सामने लड़की के साथ ‘रेप’ किया क्योंकि वह लाहौर यूनिवर्सिटी में एक बलात्कार के खिलाफ आयोजित प्रदर्शन में शामिल थी।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल हो रहा वीडियो पाकिस्तान में हुई घटना का है लेकिन इसमें नजर आ रहा व्यक्ति पंजाब प्रांत का विधायक राणा सिकंदर हयात (पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज) नहीं, बल्कि उस्मान मिर्जा नाम का व्यक्ति है। कोर्ट ने इस मामले में मिर्जा और उसके चार सहयोगियों को उम्र कैद की सजा सुनाई थी, जबकि दो अन्य आरोपियों को सबूतों की की कमी के कारण रिहा कर दिया गया था।
सोशल मीडिया यूजर ‘Rajat Gupta’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “पाकिस्तान से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने पूरी दुनिया को हिला दिया है..!! पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मरियम नवाज सरकार में शिक्षा मंत्री राणा सिकंदर हयात एक जोड़े के घर गए और एक लड़की का कपड़े उतार कर कैमरे के सामने बलात्कार किया…उस लड़की और उसके पार्टनर का गुनाह यह था कि वह लाहौर यूनिवर्सिटी में एक लड़की के बलात्कार के खिलाफ प्रदर्शन किये थे.. अब आप इसी से सोचिए कि पाकिस्तान का एक मुसलमान मंत्री खुलेआम कैमरे के सामने एक मुस्लिम महिला का ही बलात्कार कर सकता है तो यह विकृत मासिकता हिंदुओं के साथ क्या करते होंगे..!!”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो क्लिप को समान दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें कई पुरानी रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इस घटना का जिक्र है।
एआरवाई न्यूज की 25 मार्च 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद में घटित इस पुरानी घटना के आरोपी उस्मान मिर्जा समेत पांच आरोपियों को अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई है।
92न्यूज की 21 जून 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, उस्मान मिर्जा केस में इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा।
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, घटना का वीडियो सामने आने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस्लामाबाद के आईजी (पुलिस महानिरीक्षक) से मुलाकात कर मामले की जानकारी ली थी और इसके बाद मामले का पांचवां आरोपी भी गिरफ्तार कर लिया गया था।
डॉन.कॉम की वेबसाइट पर मौजूद 26 मार्च 2022 की रिपोर्ट में भी इस घटना का समान संदर्भ में जिक्र है। रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रायल कोर्ट ने उस्मान मिर्जा और उसके चार सहयोगियों को उम्र कैद की सजा सुनाते हुए दो आरोपियो को सबूतों के अभाव में रिहा कर दिया।
हमारी अब तक की जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो 2021 की पुरानी घटना का है, जब पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार थी। इस मामले के मुख्य आरोपी का नाम उस्मान मिर्जा है, जो उम्र कैद की सजा पा चुका है।
हमें किसी भी रिपोर्ट में इस घटना में राणा सिकंदर हयात से संबंधित कोई जिक्र नहीं मिला। पाकिस्तान के प्रोविंशियल असेंबली ऑफ द पंजाब की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, राणा सिकंदर हयात, पंजाब विधानसभा के लिए 2024 में निर्वाचित हुए हैं और उनका संबंध पाकिस्तानी मुस्लिम लीग (नवाज) से है।
वायरल दावे को लेकर हमने पाकिस्तान स्थित फैक्ट चेकर लुब्ना जरार नकवी से संपर्क किया और उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि वायरल वीडियो में नजर आ रहे व्यक्ति राणा सिकंदर हयात नहीं हैं। उन्होंने कहा, “यह पुराना मामला है और इसका लाहौर विरोध प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है। दो साल पहले एक यंग कपल के साथ मारपीट की घटना सामने आई थी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था।”
गौरतलब है कि पाकिस्तान में एक कॉलेज छात्र के साथ कथित बलात्कार के बाद लाहौर में हुआ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया और प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब छह हजार लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: पाकिस्तान में कॉलेज छात्रा के साथ कथित रेप की घटना के बाद लाहौर में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के संदर्भ में एक युवा कपल के साथ हुई मारपीट का मामला वास्तव में जुलाई 2021 में हुई पुरानी घटना का है, जिसके आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई जा चुकी है। इसी पुरानी घटना के वीडियो को पाकिस्तानी मंत्री के लाहौर प्रदर्शन में शामिल युवती के साथ रेप के फेक दावे से शेयर किया जा रहा है।
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