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Fact Check: नहीं,डब्ल्यूएचओ ने नहीं बताई ये 7 ब्रेन डैमेजिंग हैबिट्स, वायरल पोस्ट फर्जी

डब्ल्यूएचओ ने वायरल पोस्ट में बताई जा रही 7 ब्रेन डैमेजिंग हैबिट्स की लिस्ट जारी नहीं की है। लिस्ट में मौजूद आदतों का ब्रेन डैमेज से सीधे सीधे कोई संबंध नहीं है, लेकिन लंबे समय तक लापरवाही सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम्स को जन्म दे सकती है।

  • By: Urvashi Kapoor
  • Published: Oct 17, 2020 at 05:56 PM
  • Updated: Nov 17, 2020 at 04:32 PM

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें लिखा गया है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने सात बड़ी ब्रेन डैमेजिंग हैबिट्स जारी की हैं। इस तस्वीर में डब्ल्यूएचओ का लोगो भी लगा हुआ है। विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहे पोस्ट का WHO से कोई लेना-देना नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर में WHO की ओर से 7 बड़ी ब्रेन डैमेजिंग हैबिट्स बताई गई हैं। इसमें ब्रेकफास्ट न करना, देर से सोना, ज्यादा मीठा खाना, दिन के समय ज्यादा सोना, टीवी या कंप्यूटर देखते हुए खाना खाना, सोते समय कैप/स्कार्फ या सॉक्स पहन कर सोना व यूरिन रोकना शामिल है।

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल
 
वायरल मैसेज की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने इसे गौर से पढ़ा तो इसमें हमें कई त्रुटियां नजर आईं। पोस्ट में कई जगह स्पेसिंग इश्यू है, वहीं पोस्ट की आखिरी लाइन में ‘you’ की जगह “u” लिखा गया है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन इस फॉर्मेट में मैसेज जारी करे ऐसा मुश्किल लगता है।

विश्वास न्यूज डब्ल्यूएचओ से संपर्क किया और डब्ल्यूएचओ हेल्थ इमरजेंसीज में तकनीकी अधिकारी से बात की। उन्होंने बताया कि वायरल लिस्ट डब्ल्यूएचओ ने जारी नहीं की है। वायरल लिस्ट का डब्ल्यूएचओ से कोई संबंध नहीं है।

हमने जब इस दावे को इंटरनेट पर सर्च किया तो पाया कि यह पोस्ट साल 2017 में भी वायरल हुई थी तब इसे WHO के लोगो के बिना शेयर किया गया था।

हमने वायरल पोस्ट के एक—एक दावे का सच पता किया—

1. मिसिंग ब्रेकफास्ट

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रेकफास्ट मिस करने का ब्रेन डैमेज से सीधे तौर से कोई संबंध नहीं है, लेकिन रोजाना ब्रेकफास्ट मिस करने से यह आपके एपेटाइट पर असर कर सकता है, जिससे मोटापा हो सकता है और यह अन्य बीमारियों का कारण बन सकता है। आप यह रिपोर्ट्स यहां पढ़ सकते हैं।

2. देर से सोना

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की ओर से पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार, कम नींद लेना या ज्यादा सोना दोनों ही अच्छा नहीं है, क्योंकि इससे याददाश्त पर असर पड़ता है। औसतन एक व्यक्ति को सात घंटे की नींद लेनी चाहिए।

3. ज्यादा मीठा खाना

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, हमारी डायट में रोजाना 25 ग्राम मीठा शामिल करना जरूरी है। ज्यादा मीठा खाने से कई तरह के हेल्थ इशूज हो सकते हैं।

4. सुबह के समय ज्यादा सोना

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, यह साबित हुआ है कि 10 से 15 मिनट के पावर नैप से प्रोडक्टिविटी व मूड बूस्ट होता है। हालांकि, ऐसी कोई स्टडी नहीं है, जिससे यह बात साबित होती हो कि सुबह के समय ज्यादा सोने से ब्रेन डैमेज होता है। दिन के समय सोने से कुछ लोगों के लिए रात में नींद आने में परेशानी हो सकती है। अगर रात में पूरी नींद नहीं मिले तो इससे बॉडी को नेचुरली रिकवर होने में समस्या हो सकती है।

5. टीवी या कंप्यूटर देखते हुए खाना खाना

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की रिपोर्ट के अनुसार, जब आपका खाना खाते समय ध्यान भटकता है तो आप ज्यादा खा लेते हैं। लिहाजा ब्रेन डैमेज और डिस्ट्रैक्टिड ईटिंग में कोई संबंध नहीं है।

6. सोते समय कैप/जुराब पहनना

स्ट्डी के अनुसार, सोते समय जुराब पहन कर पैर गरम करने से नींद अच्छी आती है, खासकर ठंडे देशों में इसका फायदा मिलता है। वहीं, ट्रॉपिकल देशों में ऐसा करने से बॉडी टेम्परेचर बढ़ सकता है।

7. यूरिन रोकने की आदत

डॉक्टर्स के अनुसार, लंबे समय तक यूरिन रोकने से ब्लैडर मसल्स कमजोर हो जाती हैं और इससे अन्य हेल्थ इश्यूज हो सकते हैं।

वायरल लिस्ट में बताई गई आदतों का सीधे-सीधे ब्रेन डैमेज से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन लंबे समय तक ऐसी लापरवाही सीरियस हेल्थ कॉम्प्लीकेशंस कर सकती हैं।

फेसबुक पर यह पोस्ट Life Decoram नामक पेज पर शेयर की गई थी। हमने जब इस पेज को स्कैन किया तो पाया कि इस पेज के 286 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: डब्ल्यूएचओ ने वायरल पोस्ट में बताई जा रही 7 ब्रेन डैमेजिंग हैबिट्स की लिस्ट जारी नहीं की है। लिस्ट में मौजूद आदतों का ब्रेन डैमेज से सीधे सीधे कोई संबंध नहीं है, लेकिन लंबे समय तक लापरवाही सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम्स को जन्म दे सकती है।

  • Claim Review : डब्ल्यूएचओ ने जारी की 7 ब्रेन डैमेजिंग हैबिट्स की सूची।
  • Claimed By : FB page : Life decoram
  • Fact Check : झूठ
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