Fact Check: स्टैचू ऑफ लिबर्टी के साथ जोड़ कर वायरल की जा रही महिला की तस्वीर फर्जी है

वायरल तस्वीर स्टैचू ऑफ लिबर्टी के लिए पोज देने वाली महिला की तस्वीर नहीं, बल्कि स्टैचू ऑफ लिबर्टी से प्रेरित होकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार की गई तस्वीर है। स्टैचू ऑफ लिबर्टी रोम की देवी गॉडेस ऑफ लिबर्टी से प्रेरित है।

Fact Check: स्टैचू ऑफ लिबर्टी के साथ जोड़ कर वायरल की जा रही महिला की तस्वीर फर्जी है

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक महिला की तस्वीर वायरल हो रही है, जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि स्टैचू ऑफ लिबर्टी के लिए इस महिला ने पोज दिया था। यानी कि स्टैचू ऑफ लिबर्टी असल में इसी महिला का पुतला है।

विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट के साथ किया जा रहा दावा गलत है। वायरल पोस्ट में नजर आ रही तस्वीर असल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाई गई तस्वीर है। आर्टिस्ट ने यह तस्वीर स्टैचू ऑफ लिबर्टी से प्रेरित हो कर बनाई है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Mechelle Reba ने यह तस्वीर शेयर की जिस पर लिखा है: स्टैचू ऑफ लिबर्टी के लिए पोज देने वाली महिला की तस्वीर

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने पड़ताल की शुरुआत करते हुए सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से सर्च किया। हमें designboom.com नामक वेबसाइट पर यह तस्वीर मिली। इस आर्टिकल के अनुसार, यह तस्वीर यूएस के एम्सटरडैम में रहने वाले फोटोग्राफर बेस उतरविक ने आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर आर्ट​ब्रीडर की मदद से तैयार की है। उन्होंने ऐसी बहुत सारी तस्वीरें बनाई हुई हैं। उनकी वेबसाइट पर ये सब तस्वीरें देखी जा सकती हैं।

हमें डेली मेल पर एक आर्टिकल मिला, जिसमें बेस उतरविक की वायरल तस्वीर व अन्य तस्वीरों के बारे में लिखा गया था। यह आर्टिकल 2 जुलाई 2020 में प्रकाशित हुआ था।

हमें वायरल तस्वीर उतरविक के ट्विटर पर भी मिली।

हमें यूट्यूब पर उतरविक का एक इंटरव्यू मिला, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने यह तस्वीरें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार की है। उन्होंने कहा कि मैं उन लोगों की तस्वीर बनाना पसंद करता हूं, जिनकी मौत फोटोग्राफी के आविष्कार से पहले हो गई थी। उन्होंने स्टैचू ऑफ लिबर्टी के अलावा नेपोलियन बोनापार्ट, ​जीजस क्राइस्ट, जॉर्ज वॉशिंगटन आदि की तस्वीरें एआई की मदद से बनाई है।

विश्वास न्यूज ने एआई एक्सपर्ट देवेंद्र शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने भी हमें बताया कि वायरल तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। यह तस्वीर एआई सॉफ्टवेयर से तैयार की गई है।

फेसबुक पर यह पोस्ट मिशेल रेबा (Mechelle Reba) नामक यूजर ने शेयर की थी। इस यूजर की प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर जॉर्जिया के डाल्टन की रहने वाली है।

निष्कर्ष: वायरल तस्वीर स्टैचू ऑफ लिबर्टी के लिए पोज देने वाली महिला की तस्वीर नहीं, बल्कि स्टैचू ऑफ लिबर्टी से प्रेरित होकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार की गई तस्वीर है। स्टैचू ऑफ लिबर्टी रोम की देवी गॉडेस ऑफ लिबर्टी से प्रेरित है।

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