आईपीएस विनय तिवारी सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच के लिए सीबीआई ज्वाइन नहीं कर रहे हैं, वायरल हो रहा पोस्ट फर्जी है।
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि पटना सिटी के एसपी आईपीएस अफसर विनय तिवारी, जिन्हें मुंबई पुलिस ने क्वारंटाइन कर दिया था, अब सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच के लिए सीबीआई ज्वाइन करने जा रहे हैं। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर “Adriza Ira Mukherjee” ने रिया चक्रवर्ती और आईपीएस विनय तिवारी की तस्वीर का एक कोलाज शेयर करते हुए अंग्रेजी में कैप्शन लिखा, जिसका हिंदी अनुवाद है: ब्रेकिंग न्यूज: आईपीएस विनय तिवारी, जिन्हें मुंबई पुलिस ने क्वारंटाइन किया था, अब सुशंत के केस की जांच के लिए सीबीआई ज्वाइन करेंगे #SSRKilledOn14June
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि आईपीएस विनय तिवारी को मुंबई पुलिस ने क्वारंटाइन किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें बृहन्मुंबई महानगरपालिका यानी कि बीएमसी ने क्वारंटाइन किया था, ना कि मुंबई पुलिस ने। बिहार पुलिस के एफआईआर दर्ज करने के बाद आईपीएस तिवारी रविवार 2 अगस्त को सुशांत के केस की जांच करने मुंबई पहुंचे थे, जब बीएमसी ने उन्हें क्वारंटाइन किया था।
वायरल पोस्ट में आगे दावा किया गया है कि आईपीएस विनय तिवारी अब इस केस की जांच के लिए सीबीआई ज्वाइन करने जा रहे हैं।
इस दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड्स लगाकर इंटरनेट पर इसके बारे में खोज शुरू की, लेकिन हमें इस दावे की पुष्टि करती कोई भी मीडिया रिपोर्ट्स नहीं मिली। अगर आईपीएस तिवारी सीबीआई जांच का हिस्सा बनने जा रहे होते, तो यह खबर सुर्खियों में होती।
सच जानने के लिए विश्वास न्यूज ने आईपीएस विनय तिवारी से संपर्क किया, जिन्होंने इस दावे को सिरे से नकराते हुए कहा कि वे सुशांत के केस की जांच के लिए सीबीआई ज्वाइन नहीं कर रहे हैं और वायरल पोस्ट फर्जी है।
फेसबुक पर यह पोस्ट Adriza Ira Mukherjee नाम के यूजर ने शेयर की है। विश्वास न्यूज ने जब इस यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया तो पाया कि यूजर कोलकाता से है और अगरतला में रहती है।
निष्कर्ष: आईपीएस विनय तिवारी सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच के लिए सीबीआई ज्वाइन नहीं कर रहे हैं, वायरल हो रहा पोस्ट फर्जी है।
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