Fact Check : चंद्रयान-3 की लैंडिंग के नाम पर वायरल हुआ सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया गया वीडियो

केरल के शख्‍स ने बनाया कम्‍प्‍यूटर की मदद से वीडियो। लोगों ने सच मानकर कर दिया वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर ऐतिहासिक लैंडिंग के बाद से ही सोशल मीडिया पर कई फेक वीडियो और तस्‍वीरों की बाढ़-सी आ गई है। 20 सेकंड के एक वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग का वीडियो है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। सच्‍चाई कुछ और ही निकली। दरअसल इस वायरल वीडियो को सॉफ्टवेयर टूल की मदद से बनाया गया है। यह एक डिजिटली क्रिएट वीडियो है। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर नीलेश पटेल ने 23 अगस्‍त को एक वीडियो को पोस्‍ट करते हुए अंग्रेजी में दावा किया, “Chandrayan 3 is landing on the moon.”

इस वीडियो को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इस वीडियो को गुजरात की पूर्व मंत्री मनीषा वकील ने भी पोस्‍ट करते हुए चंद्रयान की लैंडिंग का बताया। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। इसमें हमें नीचे की ओर @akhilv.s लिखा हुआ नजर आया। सोशल मीडिया पर इस यूजर की खोज की गई। यह हैंडल हमें इंस्‍टाग्राम पर मिला। अकील केरल के वीएफएक्‍स आर्टिस्ट हैं। वायरल वीडियो हमें इनके हैंडल पर भी मिला। इसे 15 अगस्‍त को अपलोड किया गया था। इसे वीडियो को नीचे देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए अकील से संपर्क किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो एक वीएफएक्‍स वीडियो है। इसे ब्‍लेंडर और न्‍यूज सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया गया था।

बता दें कि चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की। विक्रम लैंडर की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही भारत दुनिया का पहला देश बन गया, जिसने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की है। लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान), जिनका कुल वजन 1,752 किलोग्राम है, को चंद्रमा के परिवेश का अध्ययन करने के लिए चंद्रमा के एक दिन (लगभग 14 पृथ्वी दिवस) तक संचालित करने के लिए डिजाइन किया गया है।

विश्‍वास न्‍यूज ने चंद्रयान-3 मिशन के नाम पर वायरल कई फर्जी और भ्रामक पोस्‍ट की पड़ताल की है। इनकी जांच को विस्‍तार से यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।

पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर नीलेश पटेल के अकाउंट की जांच की गई। पता चला कि यूजर एक राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ है। इसके अकाउंट को पांच हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में चंद्रयान की लैंडिंग का दावा करती हुए पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। दरअसल जिस वीडियो को चंद्रयान-3 की लैंडिंग का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह कम्‍प्‍यूटर की मदद से तैयार किया गया है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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