इजरायल पर हमास के हमले बाद संगीत समारोह में मौजूद युगल वहां से सुरक्षित बच निकला था। उनको कुछ नहीं हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल दावा भ्रामक है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। इजरायल-हमास संघर्ष के दौरान सोशल मीडिया पर कई मानवीय संवेदनाओं से भरी पोस्ट भी शेयर की जा रही हैं। इनमें से एक पोस्ट में तस्वीर शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि वायरल तस्वीर संगीत समारोह में हिस्सा लेने वाले युगल अमित और नीर ने ली है। इजरायल पर जब हमला किया गया तो दोनों झाड़ियों में छुप गए थे और मारे जाने से पहले यह तस्वीर ली थी।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। दरअसल, इजरायल पर हुए हमले के बाद अमित और नीर झाड़ियों में छुप गए थे। इस दौरान युवक ने सेल्फी ले ली थी। दोनों वहां से बच निकले थे और सुरक्षित हैं।
फेसबुक यूजर ‘सनातनी हिंदू‘ (आर्काइव लिंक) ने 10 अक्टूबर को फोटो पोस्ट करते हुए लिखा,
“यह तस्वीर इजराइल में उस रात चल रहे संगीत समारोह में भाग लेने वाले एक प्रेमी युगल अमित और नीर द्वारा ली गई थी, जब वे हमास के आतंकवादियों से बचने के लिए झाड़ियों में छिपे हुए थे…
उस पार्टी में सैकड़ों युवा इजरायलियों की हत्या कर दी गई थी… अमित और नीर ने जब जान लिया था कि जिंदा बचना नामुमकिन है तब उन्होंने मरने से पूर्व अपने प्रेम की स्मृति को मोबाइल में कैद कर दुनिया को हमास की क्रूरता और अपने प्रेम की आखिरी छवि दिखाने के लिए खींच ली थी…
ईश्वर दोनो को मोक्ष प्रदान करें…“
एक्स यूजर ‘सनातनी हिन्दू राकेश जय श्री राम’ (आर्काइव लिंक) ने भी वायरल तस्वीर को समान दावे के साथ पोस्ट किया है।
वायरल दावे की जांच के लिए हमने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। दो दिन पहले रेडिट की वेबसाइट पर इस तस्वीर पोस्ट करते हुए समाचार का लिंक दिया गया है। इस पर लिखा है कि इजराइल के समोराह में हुए नरसंहार से बच निकलने वाले युगल ने अपने लापता दोस्त की तलाश के बीच खौफनाक अनुभव साझा किया है।
डेली मेल यूएस के एक्स हैंडल से भी 10 अक्टूबर को इस फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा गया है कि इजरायल के समारोह से बचकर निकले प्रेमी युगल ने खौफनाक अनुभव साझा किया।
रोमानिया में इजरायल के राजदूत रहे डेविड सारंगा (आर्काइव लिंक) ने भी इस तस्वीर को अपने एक्स हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा है, “यह तस्वीर संगीत समारोह में हिस्सा लेने वाले एक युगल अमित और नीर ने तब ली थी, जब वे हमास के आतंकवादियों से बचने के लिए झाड़ियों में छिपे हुए थे, जिन्होंने एक पार्टी में सैकड़ों युवा इजरायलियों की हत्या कर दी थी। उन्होंने इसे मरने की स्थिति में याद के तौर लिया था।”
मिरर की वेबसाइट पर इससे संबंधित खबर में लिखा है, “अमित बार और उनके साथी नीर उस पार्टी में शामिल होने वालों में से हैं, जिन्होंने अपना भयानक अनुभव साझा किया है। उन्होंने बताया है कि कैसे वह अपने दोस्त जिव से अलग हो गए और किस तरह जान बचाने के लिए भागे और फिर झाड़ियों में छिप गए। गाजा-इजरायल सीमा के पास एक ग्रामीण इलाके में ट्राइब ऑफ नोवा कार्यक्रम के लिए हजारों लोग जमा हुए थे। हमास के आतंकवादियों ने कार्यक्रम पर हमला कर दिया था, जिसमें अनुमानित 260 लोग मारे गए।”
अमित बार के इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी इस तस्वीर को देखा जा सकता है। 9 अक्टूबर को अपलोड की गई इस तस्वीर के साथ लिखा गया है कि यह किसी चमत्कार से कम नहीं है कि हम बच गए हैं। इस पोस्ट में उन्होंने हमले के दौरान अपना अनुभव शेयर किया है।
इस बारे में हमने अमित बार से इंस्टाग्राम के जरिए संपर्क किया। उनका कहना है, “मैं और नीर वहां से बच निकले थे। वायरल दावा झूठा है।“
अंत में हमने तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। इसके मुताबिक, यूजर आगरा में रहता है और उसके करीब 6500 फॉलोअर्स हैं।
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निष्कर्ष: इजरायल पर हमास के हमले बाद संगीत समारोह में मौजूद युगल वहां से सुरक्षित बच निकला था। उनको कुछ नहीं हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल दावा भ्रामक है।
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