Fact Check: बूबोनिक प्लेग के मरीज़ की तस्वीर को धार्मिक रंग देकर किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज़ (नई दिल्ली)। पिछले दिनों नार्वे के एक गिरोह द्वारा मुस्लिम धार्मिक पुस्तक को जलाने की कोशिश का मामला सामने आया था। मामले के कई वीडियो भी वायरल हुए और दो संबंधित तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे हैं। पहली तस्वीर में वह व्यक्ति दिखाई दे रहा है जिसने मुस्लिम धार्मिक पुस्तक को जलाने की कोशिश की थी। दूसरी तस्वीर में, एक आदमी अस्पताल के बिस्तर पर है और उसके हाथों की उंगलियाँ काली हैं। यूजर का दावा है कि यह वही व्यक्ति है जिसने धार्मिक पुस्तक को जलाने की कोशिश की थी और अब एक दुर्घटना में उसके हाथ जल गए हैं। जब विश्वास न्यूज ने दावे की जांच की तो हमने पाया कि जिस व्यक्ति की तस्वीर वायरल हो रही है, वह 2012 में बुबोनिक प्लेग नाम की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति की तस्वीर थी। इसका नॉर्वे के मामले से कोई लेना-देना नहीं है। वायरल किया जा रहा दावा फर्जी है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक पेज Malik Hina Rabbani khar की तरफ से एक पोस्ट शेयर की गयी जिसमे दो तस्वीरों के साथ कैप्शन था,
خدا کا عذاب ناروے میں قرآن مجید جلانے والے گستاخ کے حادثے میں ہاتھ جل گئے. شئیر کر کے ساری دنیا کو دکھا دیں کہ “بے شک قرآن پاک کی حفاظت کا زمہ خود اللہ نے لیا ہے
हिंदी तर्जुमे के मुताबिक़, ”खुदा का आज़ाब, नॉर्वे में क़ुरान मजीद जलाने वाले गुस्ताख़ के हाथ जल गए। शेयर कर के साडी दुनिया को दिखा दें की ”बेशक क़ुरान पाक की हिफाज़त का ज़िम्मा खुद अल्लाह ने लिया है”।

हमने पाया कि सोशल मीडिया पर कई यूजर इन दोनों तस्वीरों को मिलते जुलते फ़र्ज़ी दावों के साथ शेयर कर रहे हैं।


पड़ताल

हमने पोस्ट में दी गई दोनों तस्वीरों की अलग अलग जाँच की। पहली तस्वीर में एक आदमी कुछ जलाते हुए नज़र आरहा है और दूसरी तस्वीर में एक आदमी अस्पताल के बिस्तर पर दिखाई दे रहा है। उसके हाथ की उंगलियां काली नज़र आरही हैं।

पहली तस्वीर

सबसे पहले हमने पहली तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के ज़रिये सर्च किया और हमारे हाथ कई न्यूज़ लिंक लगे। सभी ख़बरों में वायरल तस्वीर और उससे मिलती जुलती तस्वीरें नज़र आयीं।

दिए गए लिंक में, हम tv9bharatvarsh की वेबसाइट पर गए। यहीं से हमें वायरल हो रही पहली तस्वीर मिली। 25 नवंबर, 2019 को प्रकाशित खबर की सुर्खी है ”पाकिस्तान ने कुरान जलाने की घटना पर नॉर्वे के राजदूत को किया तलब”। पूरी खबर यहां पढ़ें।

दूसरी तस्वीर 

हमारी जांच के अगले चरण में, हमने दूसरी तस्वीर की सच्चाई जानने की कोशिश की जिसमें एक व्यक्ति अस्पताल के बिस्तर पर दिखाई दे रहा है। तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करते ही बहुत पुर ऐतमाद न्यूज़ वेबसाइट पर हमें वायरल तस्वीर वाले शख्स की खबर नज़र आयी। 18 जुलाई 2012 को छपी हुई ”theguardian” की न्यूज़ वेबसाइट पर हम गए। खबर की सुर्खी है, ”Oregon man recovering from rare case of the plague 
खबर के अनुसार, “बुबोनिक प्लेग नाम के रोग से संक्रमित एक ओरेगन व्यक्ति की स्थिति अब बेहतर है”। रिपोर्ट में कहा आगे कहा गया कि ”ओरेगन के प्राइनेविले के पॉल गेलॉर्ड के परिवार ने तस्वीरें जारी कीं जिसमें कहा गया था कि उनके हाथ सेल किलिंग इन्फेक्शन से मुरझा गए थे और चारकोल के रंग जैसे काले हो गए थे। ” पूरी कहानी यहां पढ़ें।

हमें यह तो मालूम हो चुका था की इस शख्स का तालुक ऑरेगन से है और यह एक दूसरा शख्स है। लेकन अब हमने इस रेयर बीमारी से संक्रमित युवक की हालिया तस्वीरों को तलाश करना शुरू किया और हमारे हाथ ‘hindi.oneindia.com’ नामक एक न्यूज़ वेबसाइट का लिंक लगा। 28 अक्टूबर, 2017 को प्रकाशित ख़बर के अनुसार, पॉल गेलॉर्ड (बुबोनिक प्लेग से पीड़ित व्यक्ति) ने बीमारी के कारण अपने हाथों और पैर की उंगलियों को खो दिया। ” पूरी कहानी यहां पढ़ें।

खबर में हमें पॉल गेलॉर्ड की हालिया तस्वीरें भी मिलीं।

इस मामले की तफ्सीली मालूमात के लिए हमें 31 जनवरी 2014 को छपी ”theguardian” के एक आर्टिकल से मिली।

अब बारी थी मामले की पुष्टि की। इसके लिए हमने केरेला के डॉक्टर (जनरल फिजिशियन) सजीव कुमार को वायरल फोटो दिखा कर बात की तो उन्होंने बताया की उस शख्स का हाथ किसी बीमारी की वजह से काला पड़ गया है ना की जलने की वजह से।

अब बारी थी इस पोस्ट को फ़र्ज़ी हवाले के साथ शेयर करने वाले फेसबुक ग्रुप Malik Hina Rabbani khar की सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया की इस पेज को 57,251 लोग फॉलो करते हैं। इसके अलावा इस पेज से पाकिस्तानी राजनेत्री हिना रब्बानी खर से जुड़ी ख़बरों को शेयर किया जाता है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में पता चला की नॉर्वे में मुसलमानों की मज़हबी किताब को जलाने की कोशिश करने वाला शख्स और वायरल तस्वीर वाला शख्स दोनों ही अलग हैं। हालिया ख़बरों की मुताबिक़, बूबोनिक प्लेग नाम की बीमारी में मुब्तिला युवक के हाथ और पैरों की उंगलियां भी ख़त्म हो चुकी हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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