विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। कोरोना असल में एक खतरनाक वायरस है। जिससे जान का खतरा तक हो सकता है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। जिसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कोरोना असल में ना ही वायरल है और ना ही महामारी ये असलियत में सांप का जहर है। वहीं, कई लोगों का दावा है कि ये कोरोना सांप के जहर से आया है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। कोरोना असल में एक खतरनाक वायरस है। जिससे जान का खतरा हो सकता है।
फेसबुक यूजर Rose Anne Mohommed ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा है, “Covid came from snake venom”.
(हिंदी अनुवाद – कोरोना सांप के जहर से आया है।)
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए खंगालना शुरू किया, लेकिन हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय रिसर्च या मीडिया रिपोर्ट नहीं प्राप्त हुई। पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने विश्व स्वास्थ्य संगठन को खंगालना शुरू किया। वहां पर भी हमें कोरोना से जुड़ी ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली कि यह सांप से आया है या फिर कोरोना सांप का जहर है।
स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, COVID-19 SARS-CoV-2 के कारण होने वाली बीमारी है, यह एक वायरस जो दिसंबर 2019 में उभरा था। COVID-19, सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (SARS) वायरस फैमिली का वायरस है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, अगर कोई शख्स कोविड-19 बीमारी से पीड़ित किसी व्यक्ति के संपर्क में आता है, तो ये वायरस उसे भी संक्रमित कर सकता है।
हमने सर्च को आगे बढ़ाते हुए भारतीय स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। वहां पर भी हमें इस बात का जिक्र नहीं मिला कि कोरोना वायरस नहीं, बल्कि सांप का जहर है। भारतीय स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना वायरस एक बड़े वायरस परिवार का सदस्य है, जो जानवरों या मनुष्यों में बीमारी का कारण हो सकता है। मनुष्यों में, कई प्रकार क़े कोरोनावायरस स़े सामान्य सदी स़े ल़ेकर मध्य पूर्व श्वसन सिंड्रोम (MERS) और गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम (SARS-COV1) जैसी अधिक गंभीर बीमारियां उत्पन्न होऩे की वजह स़े उन्हें श्वसन संक्रमण का कारण माना जाता है। सबस़े हाल ही में खोज़े गए कोरोनावायरस स़े कोविड-19 नामक कोरोनावायरस बीमारी उत्पन्न होती है।
सर्च करने पर हमने पाया कि ये दावा स्टू पीटर्स नेटवर्क द्वारा चलाए जाने वाले एक शो “वाच द वॉटर” के एक एपिसोड के बाद फैला है। “वाच द वॉटर” शो में एक व्यक्ति दावा करता है कि सांप के जहर का इस्तेमाल मूल रूप से जैव हथियारों के तौर पर किया जाता है। COVID-19 किसी भी प्रकार का श्वसन वायरस नहीं है। वास्तव में एक विष है और इसे कुछ लोगों को टारगेट करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस शो के बाद से ही ये दावा वायरल हुआ है। यह पहली बार नहीं है, पहले भी कई बार कोरोना को लेकर स्टू पीटर्स शो के द्वारा भ्रामक दावे फैलाए गए हैं।
अधिक जानकारी के लिए हमने एम्स के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। कोरोना वायरस सांप से आया है, ऐसी कोई प्रामाणिक रिसर्च रिपोर्ट सामने नहीं आई है। अभी वैज्ञानिक इस पर रिसर्च कर रहे हैं कि ये कहां से और किस तरह से आया है। कोरोना वायरल या फ्लू नहीं है। यह एक वायरस है, जिससे लोगों की जान तक जा सकती है। कोविड-19 क़े सबस़े आम लक्षण- बुखार, थकान और सूखी खांसी हैं। वहीं, कुछ रोगियो में बदन दर्द होऩे, नाक बहऩे, गल़े में खराश होने या दस्त लगऩे की समस्याएं भी आती हैं। किसी भी लक्षण को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
आखिर में विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। टोबैगो के Sangre Grande की रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। कोरोना असल में एक खतरनाक वायरस है। जिससे जान का खतरा तक हो सकता है।
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