Fact Check : बांग्लादेश की मस्जिद के पुराने वीडियो को साईं मंदिर का बताकर झूठे दावे के साथ किया गया वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज।)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से 1:30 मिनट का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ लोगों को दानपेटी में से पैसे निकालकर एक बोरी में भरते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में आगे दिखाया गया है कि सफेद रंग का कुर्ता पायजामा और सिर पर टोपी लगाए कुछ बच्‍चे इन पैसों को गिन रहे हैं। इस वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है वीडियो शिरडी साईं मंदिर का है।

विश्‍वास न्‍यूज एक बार पहले भी इस वीडियो की पड़ताल की थी। दावा पूरी तरह बेबुनियाद साबित हुआ। बांग्‍लादेश के वीडियो को शिरडी साईं मंदिर का बताकर झूठ फैलाया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर डीके शर्मा ने 25 दिसंबर को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया, “शिरडी सांई की झोली में डाली गई हिन्दुओं की कमाई कहाँ जा रही है खुद ही देख लो ! इसको इतना वायरल करो कि देश के एक एक हिंदू तक पहुंचे जोकि आंखे होते हुए भी अंधे बने हैं?”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की पड़ताल इसे स्‍कैन करने से की। सबसे पहले वीडियो को पूरा देखा गया। वीडियो में दिख रहे नोट भारतीय नोट नहीं थे। वीडियो को ध्‍यान से देखने पर यह स्‍पष्‍ट हो गया।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो के कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस के जरिए खोजना शुरू किया। इससे संबंधित वीडियो हमें जागो न्‍यूज नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। इस वीडियो न्‍यूज को 6 मई 2023 को अपलोड किया गया था। बांग्‍ला में वीडियो के साथ लिखा हुआ था, “पगला मस्जिद की दान पेटी में रिकॉर्ड 55 लाख टका पाया गया।”

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए इस वीडियो को कीवर्ड की मदद से सोशल मीडिया हैंडल पर सर्च करना शुरू किया। असली वीडियो हमें ‘কিশোরগঞ্জ ভিউস’ म के एक फेसबुक पेज पर मिला। इस पेज पर असली वीडियो 6 मई 2023 को अपलोड किया गया था। वीडियो के कैप्‍शन में बांग्‍ला देश में कुछ लाइनें लिखी गई थीं। उसे गूगल ट्रांसलेशन टूल की मदद से अनुवाद किया गया। इस अनुवाद के अनुसार, “किशोरगंज की ऐतिहासिक पगला मस्जिद की आठ दानपेटियां चार माह बाद खोल दी गयी हैं। इस बार दान पेटियों में रिकॉर्ड 5 करोड़ 59 लाख 7 हजार 689 टका मिले। विदेशी मुद्रा और सोने के आभूषण भी मिले। अब एक हीरे की पोर मिली है। इस पैसे को कैलकुलेट करने में करीब 13 घंटे में 200 लोगों ने काम किया। शनिवार (6 मई) सुबह 8 बजे दान पेटियां खोली गईं।” यह फेसबुक बांग्‍लादेश के ढाका से संचालित होता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने इस पेज पर दिए गए नंबर से संपर्क किया। पेज के मोहम्‍मद यूनिस ने विश्‍वास न्‍यूज को कन्‍फर्म करते हुए बताया कि वायरल वीडियो बांग्‍लादेश का ही है।

जांच के अंतिम चरण में वायरल पोस्‍ट करने वाले फेसबुक यूजर डीके शर्मा के अकाउंट की विस्‍तार से जांच की गई। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर के 523 फेसबुक फ्रेंड हैं। यूजर फरीदाबाद में रहता है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। बांग्‍लादेश के एक वीडियो को कुछ लोग फिर से शिरडी साईं मंदिर का बताकर फेक न्‍यूज फैला रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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