यूट्यूब के जरिये फैल रहे झूठ पर फैक्ट चेक कम्‍युनिटी ने जताई चिंता, सीईओ को लिखा पत्र

यूट्यूब के जरिये फैल रहे झूठ पर फैक्ट चेक कम्‍युनिटी ने जताई चिंता, सीईओ को लिखा पत्र

नई दिल्ली, टेक डेस्‍क। दुनिया भर के फैक्ट चेकर्स ने यूट्यूब की सीईओ सुसन वोजसिकी को एक खुला पत्र लिखा है। पत्र में फैक्ट चेकर्स ने यूट्यूब के जरिए फैल रहे झूठ को लेकर अपनी चिंताएं जताईं। पत्र में कहा गया कि यूट्यूब के जरिए दुनिया भर में झूठ फैलाया जा रहा है लेकिन यूट्यूब की तरफ से इसके खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।

पत्र में लिखा गया, “फैक्ट चेकिंग संगठनों के एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के रूप में हम निगरानी कर रहे हैं कि ऑनलाइन झूठ कैसे फैलता है। और, हर रोज हम देखते हैं कि यूट्यूब दुनिया भर में ऑनलाइन दुष्प्रचार और गलत सूचना के प्रमुख माध्यमों में से एक है। यह हमारे ग्लोबल फैक्ट चेकिंग कम्युनिटी के बीच एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है।”

पत्र में आगे कहा गया कि यूट्यूब द्वारा इस समस्या का समाधान करने वाली नीतियों को लागू करने के लिए ठोस प्रयास नहीं दिखे हैं। इसके उलट, यूट्यूब अपने मंच का इस्तेमाल आम लोगों को मैनिपुलेट करने, उनका शोषण और झूठ फैलाने वाले को व्यवस्थित तथा धन उगाहने के लिए हथियार के रूप में करने दे रहा है।

पत्र में कहा गया, “मौजूदा उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। इसलिए हम आपसे दुष्प्रचार और गलत सूचना के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने, तथा सूचना पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार के लिए नीति और उत्पाद हस्तक्षेपों के रोडमैप को विस्तृत करने का आग्रह करते हैं।”

पत्र में फैक्ट चेकर्स द्वारा कई घटनाओं को जिक्र भी किया गया। इसमें कोरोना वैक्सीन और कोविड-19 को लेकर फैलाए गए झूठ, सालों से चल रही कैंसर के इलाज की गलत जानकारी, ब्राजिल में कमजोर वर्ग के खिलाफ हेट स्पीच, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में झूठे प्रचार और फिलीपींस तथा ताइवान की घटनाओं सहित कई का उल्लेख किया गया।

इसके अलावा फैक्ट चेकर्स ने कहा कि यूट्यूब को अलग-अलग गलत सूचना अभियानों की उत्पत्ति, उनकी पहुंच और प्रभाव, तथा झूठी जानकारी को खारिज करने के सबसे प्रभावी तरीकों के बारे में स्वतंत्र शोध का समर्थन करना चाहिए। इसे दुष्प्रचार और गलत सूचना के संबंध में अपनी पूर्ण मॉडरेशन नीति भी प्रकाशित करनी चाहिए, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग शामिल हो।

इन देश के फैक्ट चेकिंग ग्रुप ने लेटर पर किए हस्ताक्षर

अफ्रीका चेक (सेनेगल, नाइजीरिया, केन्या, दक्षिण अफ्रीका) / एनिमल पोलिटिको-एल सब्यूसो (मेक्सिको) / एओस फाटोस (ब्राजील) / बोलीविया वेरिफिका (बोलीविया) / बूम (भारत, म्यांमार और बांग्लादेश) / चेक योर फैक्ट (यूएसए) / कोड फॉर अफ्रीका पेसाचेक (बुर्किना फासो, बुरुंडी, कैमरून, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, कोटे डी आइवर, इथियोपिया, घाना, गिनी, केन्या, माली, नाइजर, नाइजीरिया सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका, सूडान, तंजानिया, युगांडा और जिम्बाब्वे) / कोलम्बियाचेक (कोलंबिया) / CORRECTIV (जर्मनी) / Cotejo.info (वेनेजुएला) / चेक्वेडो (अर्जेंटीना) / डेल्फी लिथुआनिया (लिथुआनिया) / डेमागोग एसोसिएशन (पोलैंड) / डोग्रुलुक पाई (तुर्की) / दुबावा (नाइजीरिया, घाना, सिएरा लियोन, लाइबेरिया और गाम्बिया) / इक्वाडोर चेकिया (इक्वाडोर) / एलिनिका होक्सेस (ग्रीस) / फैक्ट क्रेस्केंडो (भारत) / फैक्ट-चेक घाना / फैक्टचेक.org (यूएसए) / फैक्टस्पेस वेस्ट अफ्रीका / फैक्टा (इटली) / फैक्टचेकएनआई (यूके) / फैक्टली ( भारत) / Factual.ro (रोमानिया) /FactWatch (बांग्लादेश) / Fakenews.pl (पोलैंड) / Faktist.no (नॉर्वे) / Faktograf.hr (क्रोएशिया) / Faktoje ( अल्बानिया) / फास्ट चेक सीएल (चिली) / फाटाब्यानो (मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका) / फुल फैक्‍ट (यूके)/ ग्रास – फैक्टचेक जॉर्जिया / इंडिया टुडे ग्रुप (इंडिया) / इस्टिनोमर (सर्बिया) / इस्टिनोमजेर (बोस्निया आई हर्जेगोविना) / हाइब्रिड .info (कोसोवो) / नैक मैगज़ीन (बेल्जियम) / ला सिला वेसिया (कोलंबिया) / लीड स्टोरीज़ (यूएसए) / लेस सुरलिग्नर्स (फ़्रांस) / लॉजिकल (यूके) / लुपा (ब्राज़ील) / माल्डिता.एस (स्पेन) / मीडियावाइज ( यूएसए) / मंगोलियाई फैक्ट-चेकिंग सेंटर (मंगोलिया) / मायगोपेन (ताइवान) / मिथ डिटेक्टर (जॉर्जिया) / न्यूज़मोबाइल (इंडिया) / न्यूज़चेकर (भारत और दक्षिण एशिया) / न्यूट्रल (स्पेन) / ऑब्जर्वडोर – फैक्ट चेक (पुर्तगाल) / ओपन फैक्ट-चेकिंग (इटली) / OŠTRO (स्लोवेनिया) / पगेला पोलिटिका (इटली) पोलीग्राफो (पुर्तगाल) / पॉलिटिफैक्ट (यूएसए) / प्रावदा (पोलैंड) / रैपर (फिलीपींस) / रस्किंकवांजे (बोस्निया आई हर्जेगोविना) / री चेक /री बाल्टिका (लातविया) / आरएमआईटी एबीसी फैक्ट चेक (ऑस्ट्रेलिया) अफवाह स्कैनर (बांग्लादेश) / विज्ञान प्रतिक्रिया (फ्रांस) / स्टॉपफेक (यूक्रेन) / ताइवान फैक्टचेक सेंटर (ताइवान) / टेम्पो (इंडोनेशिया) / Teyit (तुर्की) / द हेल्‍दी इंडियन मीडिया प्रोजेक्‍ट/THIP मीडिया (भारत) / जर्नल फैक्टचेक (आयरलैंड) / द लॉजिकल इंडियन (भारत) / द क्विंट (भारत) / वाशिंगटन पोस्ट फैक्ट-चेकर (यूएसए) / द व्हिसल ( इज़राइल) / यूनिविज़न – एल डिटेक्टर (यूएसए) / वेरा फ़ाइल (फिलीपींस) / वेरिफिकेट (स्पेन) / विश्वास न्‍यूज (भारत) / विस्टिनोमर (उत्तर मैसेडोनिया) / वोक्सचेक (यूक्रेन) / 15 मिन (लिथुआनिया)।

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