विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। प्लास्टिक के दाने बनाने के वीडियो को कुछ लोग नकली गेहूं का बताकर झूठ फैला रहे हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर कभी नकली चावल तो कभी नकली अंडे के नाम पर वीडियो वायरल होते रहते हैं। अब एक वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि मार्केट में नकली गेहूं भी बनने लगे हैं। इस वीडियो में एक मशीन को देखा जा सकता है। मशीन से छोटे-छोटे दाने बनते हुए नज़र आ रहे हैं। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यहाँ नकली गेहूं बनाए जा रहे हैं।
विश्वास न्यूज़ ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा गलत साबित हुआ। वीडियो में दिख रही मशीन के द्वारा प्लास्टिक के दाने बनाए जा रहे हैं।
एक्स हैंडल राष्ट्रवादी अरुण शुक्ला ने 10 अक्टूबर को एक वीडियो को पोस्ट करते हुए दावा किया, “नकली गेंहू भी बनने लग गये है मार्केट देख लो आंखें खोल कर अब क्या बचा है नकली बनाने को।”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो के असली सोर्स तक पहुंचने के लिए सबसे पहले इसे ध्यान से देखा। वीडियो के ऊपर हमें अंग्रेजी में Smartest Workers लिखा हुआ नजर आया। इस क्लू के आधार पर यूट्यूब और सोशल मीडिया हैंडल्स पर इस नाम से जुड़े चैनल और अकाउंट को खोजना शुरू किया । हमें यूट्यूब पर इसी नाम का एक चैनल मिला। यहां सर्च करने पर हमें ऑरिजिनल वीडियो भी मिल गया।
24 सितंबर 2023 को असली वीडियो को अपलोड करते हुए इसे प्लास्टिक से जुड़े रिसाइकिल प्रक्रिया का बताया गया।
सर्च के दौरान यही वीडियो Smartest Workers के इंस्टाग्राम हैंडल पर भी मिली। इसे यहां 24 सितंबर को अपलोड करते हुए प्लास्टिक से जुड़ा बताया गया।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल के अगले चरण में प्लास्टिक के कारोबार से जुड़े वैभव अग्रवाल से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वीडियो में दिख रही मशीन में प्लास्टिक के दाने बनाए जा रहे हैं। गेहूं वाली बात एकदम गलत है।
विश्वास न्यूज ने अधिक जानकारी के लिए कमोडिटी पत्रकार कमल शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा कि नकली गेहूं का उत्पादन नहीं होता। कुछ लोग इस तरह के वीडियो के माध्यम से दुष्प्रचार कर रहे हैं। गेहूं से पहले नकली चावल के नाम पर भी एक वीडियो वायरल हुआ था।
जांच के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। एक्स हैंडल राष्ट्रवादी अरुण शुक्ला मुंबई में रहते हैं। यह हैंडल जुलाई 2021 को बनाया गया था। इसे पांच हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। प्लास्टिक के दाने बनाने के वीडियो को कुछ लोग नकली गेहूं का बताकर झूठ फैला रहे हैं।
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