विश्वास न्यूज की जांच में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। मुंबई के कूपर अस्पताल में हुई एक मौत के वीडियो को कुछ लोग नागपुर के सरकारी अस्पताल के नाम पर वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि मरीज की किडनी निकाल ली गई। यह दावा पूरी तरह फेक है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें अस्पताल में मौजूद कुछ लोगों को हंगामा करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि नागपुर मेडिकल हॉस्पिटल में जिंदा इंसान का पोस्टमॉर्टम कर किडनी और गुर्दा निकाल लिया गया।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। हमें पता चला कि वायरल वीडियो का नागपुर के अस्पताल से कोई संबंध नहीं है। 19 जुलाई के मुंबई स्थित कूपर अस्पताल के वीडियो को कुछ लोग जानबूझकर फर्जी दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।
ट्विटर हैंडल आत्मनिर्भर भारत (@aatmnirbharin) ने 16 अगस्त को एक वीडियो अपलोड किया। इसके साथ दावा किया : ‘नागपुर का #मेडिकल हॉस्पिटल कोरोना से मोत का बहाना रियल मैं कर डाला जींदे का ही पोस्ट मार्टम. ओर किडनी गुरदा सब निकाल लिए गए| #सावधान_इंडिया #COVID19 #COVID19India’
वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट का सच जानने के लिए कुछ ऑनलाइन टूल का इस्तेमाल किया। सबसे पहले हमने InVID टूल पर वायरल वीडियो को अपलोड किया। कई वीडियो ग्रैब्स निकाले। फिर इन्हें रिवर्स इमेज टूल की मदद से सर्च किया।
सर्च के दौरान वायरल वीडियो का 22 सेकंड का हिस्सा एएनआई न्यूज एजेंसी के ट्विटर हैंडल पर मिला। इसे 21 जुलाई 2020 को अपलोड किया गया था। इस वीडियो के साथ बताया गया कि 19 जुलाई को मुंबई के कूपर अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। पूरा वीडियो यहां देखें।
सर्च के दौरान हमें jagran.com पर भी एक खबर मिली। 22 जुलाई को इस खबर को पब्लिश किया गया। इसमें बताया गया कि मुंबई के कूपर अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिवार के लोगों का गुस्सा फूट गया और जमकर हंगामा किया। पूरी खबर देखें।
पड़ताल के दौरान हमे एक खबर इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर मिली। इसमें वायरल वीडियो का इस्तेमाल किया गया था। खबर में बताया कि मुंबई के कूपर अस्पताल के डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने के तुरंत बाद मरीज की मौत हो गई।
पड़ताल के अगले चरण में हम नागपुर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के मेडिकल सुपरिन्टेंडेंट डॉक्टर अविनाश गावंडे से संपर्क किया। उन्होंने साफ इनकार किया कि वायरल वीडियो का जीएमसी से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने बताया कि ऐसी कोई भी घटना नागपुर के मेडिकल कॉलेज में नहीं हुई।
अंत में हमने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि ट्विटर हैंडल आत्मनिर्भर भारत जुलाई 2020 में ही बनाया गया है।
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Fact Check: मुंबई च्या कूपर दवाखान्याचा व्हिडिओ नागपूर चा सांगून चुकीच्या दाव्यांसह होत आहे व्हायरल
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। मुंबई के कूपर अस्पताल में हुई एक मौत के वीडियो को कुछ लोग नागपुर के सरकारी अस्पताल के नाम पर वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि मरीज की किडनी निकाल ली गई। यह दावा पूरी तरह फेक है।
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