Quick Fact Check: यह तस्वीर कोरोना वायरस से मृत लोगों की नहीं है, पहले भी गलत दावे के साथ होती रही है वायरल

कोरोना वायरस की वजह से इटली में हुई मौत के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर जर्मनी की और करीब छह साल पुरानी है। सोशल मीडिया पर यह तस्वीर पहले चीन के नाम से वायरल हुई थी।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें किसी सड़क पर कई लोग पड़े हुए नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि इटली में कोरोना वायरस से मृत पड़े लोगों का शव है, जो सड़कों पर बिखरा हुआ है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। जिस तस्वीर को कोरोना वायरस से हुई मौतों से जोड़कर वायरल किया जा रहा है, वह चीन की नहीं है, बल्कि कई साल पुरानी जर्मनी की तस्वीर हैं, जिसमें संस्कृतिकर्मी नाजी जर्मनी में हुए नरसंहार को याद करते हुए मृतकों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘WakeUpIndia’ ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, ”इटली की फोटो है लाशे ऊठाने वाला कोई नही आर्मी ऊठा ऊठा कर जला रही है. टाईम है भारतवासियों संभालो खुद को 🙏 इस वायरस को मजाक मे न ले.. सरकार के लाकडाउन के निर्देशो का इमानदारी से पालन करे…घर से बिल्कुल न निकले..बहुत जरूरत होने पर ही बाहर निकले वरना स्थिति आपके अनुमान से गंभीर हो सकती हैं🙏।”

फेसबुक पर गलत दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर

पड़ताल किए जाने तक इस तस्वीर को करीब 300 से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं।

पड़ताल

सोशल मीडिया पर यह तस्वीर पहले चीन में कोरोना वायरस से हुई मौत के दावे के साथ वायरल हुई थी, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी। वास्तव में यह तस्वीर कई साल पुरानी जर्मनी की तस्वीर हैं, जिसमें संस्कृतिकर्मी नाजी जर्मनी में हुए नरसंहार को याद करते हुए मृतकों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। तस्वीर में नजर आ रहे लोग रंगकर्मी हैं, न कि मृतकों का शव।

विश्वास न्यूज की विस्तृत पड़ताल को नीचे पढ़ा जा सकता है।

वायरल तस्वीर को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल से विचारधारा विशेष से प्रेरित कंटेंट शेयर किया जाता है। फेसबुक पर इस पेज को करीब 18 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

Disclaimer: कोरोनावायरसफैक्ट डाटाबेस रिकॉर्ड फैक्ट-चेक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) की शुरुआत से ही प्रकाशित हो रही है। कोरोना महामारी और इसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं और जो डाटा शुरू में एक्यूरेट लग रहे थे, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। आने वाले समय में इसमें और भी बदलाव होने का चांस है। आप उस तारीख को याद करें जब आपने फैक्ट को शेयर करने से पहले पढ़ा था।

निष्कर्ष: कोरोना वायरस की वजह से इटली में हुई मौत के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर जर्मनी की और करीब छह साल पुरानी है। सोशल मीडिया पर यह तस्वीर पहले चीन के नाम से वायरल हुई थी।

False
Symbols that define nature of fake news
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