Quick Fact Check: इस तस्वीर में मौजूद महिला पारले जी गर्ल नहीं, इन्फ़ोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मूर्ति हैं

हमारी पड़ताल में हमने पाया कि ये दावा बिल्कुल गलत है। वायरल तस्वीर में दिख रही महिला इन्फ़ोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मूर्ति हैं, न कि पारले जी गर्ल। पारले जी प्रोडक्ट्स के ग्रुप प्रोडक्ट मैनेजर, मयंक शाह ने कहा “पारले जी के कवर पर मौजूद बच्चा सिर्फ एक चित्रण है, जिसे 60 के दशक में एवरेस्ट क्रिएटिव द्वारा बनाया गया था। ये किसी की तस्वीर नहीं है।”

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक बार फिर से एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक महिला के साथ पारले जी बिस्किट का पैकेट देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में मौजूद महिला पारले जी के कवर पर मौजूद बच्ची हैं। हमने इस क्लेम की पहले भी पड़ताल की थी। उस समय हमारी पड़ताल में हमने पाया था कि ये दावा गलत है। तस्वीर में मौजूद महिला इन्फ़ोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मूर्ति हैं और उनका पारले जी कवर गर्ल से कोई लेना-देना नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

वायरल तस्वीर में एक महिला के साथ पारले जी बिस्किट का पैकेट देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में मौजूद महिला पारले जी गर्ल हैं। फोटो के साथ लिखा है “This Parle Ji picture was clicked when she was 3 months old, dont pass without a share।”

पोस्ट आर्काइव लिंक यहाँ देखा जा सकता है।

पड़ताल

हमने इस दावे की पड़ताल 2019 में भी की थी। उस समय हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया तो हमारे सामने वायरल तस्वीर में मौजूद महिला की बहुत-सी तस्वीरें निकल के आईं थीं। ये तस्वीरें इन्फ़ोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मूर्ति की थीं।

ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने पारले जी प्रोडक्ट्स के ग्रुप प्रोडक्ट मैनेजर, मयंक शाह से बात की थी, जिन्होंने इन सभी कहानियों को यह कहते हुए नकार दिया था: “पारले जी के कवर पर मौजूद बच्चा सिर्फ एक चित्रण है, जिसे 60 के दशक में एवरेस्ट क्रिएटिव द्वारा बनाया गया था। ये किसी की तस्वीर नहीं है।”

इस सिलसिले में हमने पारले जी का विकीपीडिया पेज भी खंगाला था, जिसमें साफ़ लिखा है कि ये तस्वीर एक रचनात्मक चित्रण है, जिसे एवरेस्ट क्रिएटिव द्वारा बनाया गया था।

इस तस्वीर को the.earth.fact नाम के एक इंस्टाग्राम पेज द्वारा शेयर किया गया था। इस पेज के कुल 9,639 फ़ॉलोअर्स हैं।

पूरी पड़ताल यहाँ पढ़ें।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि ये दावा बिल्कुल गलत है। वायरल तस्वीर में दिख रही महिला इन्फ़ोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मूर्ति हैं, न कि पारले जी गर्ल। पारले जी प्रोडक्ट्स के ग्रुप प्रोडक्ट मैनेजर, मयंक शाह ने कहा “पारले जी के कवर पर मौजूद बच्चा सिर्फ एक चित्रण है, जिसे 60 के दशक में एवरेस्ट क्रिएटिव द्वारा बनाया गया था। ये किसी की तस्वीर नहीं है।”

False
Symbols that define nature of fake news
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