Quick Fact Check : युवती पर हुए हमले के पुराने वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ किया जा रहा वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट का दावा फर्जी निकला। इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था। युवक का नाम अरविंद था।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से झारखंड का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक घायल लड़की और एक युवक की पिटाई को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि पूरा मामला ‘लव जेहाद’ का है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी इस वीडियो की पड़ताल की थी। हमारी जांच में पता चला कि 2019 के सितंबर में अरविंद नाम एक युवक रांची के पास पतरातू घाटी में एक युवक के साथ गया था। शादी से इनकार करने पर गुस्‍साए युवक ने लड़की पर चाकू से हमला कर दिया था। उसी घटना से जुड़े वीडियो को अलग-अलग वक्‍त में सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल किया जाता है। पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई।

क्‍या हो रहा है पड़ताल

फेसबुक यूजर Bill Bailey ने 13 अक्‍टूबर को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘देख लो लव जिहाद में फंसने वाली हिन्दू लडकियों का हाल आज बारी किसी और की थी कल तुम्हारी होगी..’

फेसबुक का आर्काइव्‍ड वर्जन देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज पहले भी एक बार इस वीडियो की जांच कर चुका है। पड़ताल में हमें NewsWing नाम की एक वेबसाइट पर पब्लिश एक खबर मिली थी। 15 सितंबर 2019 को प्रकाशित खबर में उस युवक को देखा जा सकता है, जो वायरल वीडियो में दिख रहा है। खबर की हेडिंग दी गई थी ‘पिठोरिया घाटी घूमने गये जोड़े में शादी को लेकर हुआ विवाद, प्रेमी ने प्रेमिका की गर्दन पर किया चाकू से वार।’

खबर में बताया गया कि रांची के पतरातू घाटी में अरविंद कुमार नाम का एक युवक अपनी प्रेमिका को लेकर घूमने आया था। वहीं पर उसने अपनी प्रेमिका की गर्दन पर चाकू से हमला कर दिया। रास्‍ते से गुजर रहे लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। खबर के अनुसार, युवक अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था, लेकिन उसने मना कर दिया। इसके बाद पूरी घटना घटी।

यह खबर हमें दैनिक जागरण के रांची के ईपेपर में भी मिली। 16 सितंबर के अखबर में पब्लिश खबर में बताया गया कि लातेहार का रहने वाला अरविंद कुमार अपनी प्रेमिका से मिलने पहले रांची आया। फिर उसे लेकर पतरातू घाटी पहुंचा। वहीं, उसने प्रेमिका पर शादी के लिए दबाव बनाया। प्रेमिका के इनकार करने पर अरविंद से उस पर चाकू से हमला कर दिया।

घटना की पुष्टि के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने रांची के तत्‍कालीन वरिष्‍ठ पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्‍ता से संपर्क किया था। उन्‍होंने बताया कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था। इसे गलत ढंग से वायरल किया गया।

विस्‍तार से पड़ताल पढ़ें।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। Bill Bailey नाम का यह अकाउंट फर्जी निकला।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट का दावा फर्जी निकला। इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था। युवक का नाम अरविंद था।

False
Symbols that define nature of fake news
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