नई दिल्ली (विश्वास टीम)। विश्वास न्यूज को वॉट्सऐप चैटबॉट पर एक वीडियो फैक्ट चेक की रिक्वेस्ट के साथ मिला, जिसके जरिए दावा किया जा रहा है कि टेप की मदद से अगर अंगूठे पर मेथीदाना चिपकाया जाए और इसे रातभर रखा जाए तो कोरोनावायरस के दौरान होने वाले गले के इन्फेक्शन को ठीक किया जा सकता है। विश्वास न्यूज पहले भी इस दावे की पड़ताल कर चुका है और तब भी इस दावे को गलत पाया था।
विश्वास न्यूज को वॉट्सऐप चैटबॉट पर एक यूट्यूब वीडियो का लिंक भेजा गया था, जिसमें यह दावा किया गया है कि अगर मेथी के दानों को टेप की मदद से अंगूठे पर चिपकाया जाए और इसे रातभर ऐसे ही रहने दिया जाए तो कोरोनावायरस से होने वाले गले के इन्फेक्शन को ठीक किया जा सकता है।
यूट्यूब लिंक का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
मेथी का दाना आसानी से घरों में उपलब्ध होती है और इसे कई भारतीय व्यंजनों में इस्तेमाल भी किया जाता है। सेहत के लिए यह गुणकारी है, लेकिन ऐसा कोई प्रमाण नहीं है कि इससे कोरोनावायरस में होने वाले गले के इन्फेक्शन को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने आयूष मंत्रालय में आयुर्वेद के डॉक्टर, डॉ. विमल एन से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो में किया जा रहा दावा फर्जी है। टेप से अंगूठे पर मेथी दाना चिपकाने से कोरोनावायरस का इलाज नहीं किया जा सकता। बेशक दाना मेथी डालकर बनाई गई चाय से कुछ समय के लिए गले की दर्द में राहत मिल सकती है, लेकिन इससे कोरोनावायस का इलाज नहीं किया जा सकता।
हमने डॉ. लोहिया एक्यूपंक्चर सेंटर में एक्यूपंक्चर स्पेशलिस्ट से भी संपर्क किया। उन्होंने भी कहा कि वायरल दावा फर्जी है। हाथ में गले के कुछ प्वाइंट्स होते हैं, जिस पर प्रेशर डालने से गले के इन्फेक्शन में राहत मिलती है। हम उन प्वाइंट्स पर क्लासिक एक्यूपंक्चर करते हैं, लेकिन यह दावा पूरी तरह से गलत है कि अंगूठे पर मेथीदाना चिपकाने से गले में दर्द या इन्फेक्शन से राहत मिल जाएगी।
पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ें।
निष्कर्ष
मेथी के दाना को टेप से अंगूठे पर चिपकाने से कोरोनावायरस में होने वाले गले के इन्फेक्शन को ठीक किया जा सकता है, ऐसा दावा करने वाली पोस्ट फर्जी है।
Disclaimer: विश्वास न्यूज की कोरोना वायरस (COVID-19) से जुड़ी फैक्ट चेक स्टोरी को पढ़ते या उसे शेयर करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि जिन आंकड़ों या रिसर्च संबंधी डेटा का इस्तेमाल किया गया है, वह परिवर्तनीय है। परिवर्तनीय इसलिए ,क्योंकि इस महामारी से जुड़े आंकड़ें (संक्रमित और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या, इससे होने वाली मौतों की संख्या ) में लगातार बदलाव हो रहा है। इसके साथ ही इस बीमारी का वैक्सीन खोजे जाने की दिशा में चल रहे रिसर्च के ठोस परिणाम आने बाकी हैं और इस वजह से इलाज और बचाव को लेकर उपलब्ध आंकड़ों में भी बदलाव हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि स्टोरी में इस्तेमाल किए गए डेटा को उसकी तारीख के संदर्भ में देखा जाए।
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