Quick Fact Check : बांग्‍लादेश की बच्‍ची की एक साल पुरानी तस्‍वीर फिर हुई जौनपुर के नाम से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। बांग्‍लादेश की एक साल पुरानी तस्‍वीर को जौनपुर का बताकर इसे झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से एक बच्‍ची की तस्‍वीर वायरल हो रही है। यूजर्स इस बच्‍ची का नाम सोनल त्रिपाठी बताते हुए तस्‍वीर को जौनपुर का बता रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने एक बार पहले भी इस वायरल पोस्‍ट की पड़ताल की थी। हमारी जांच में पता चला कि वायरल तस्‍वीर में दिख रही बच्‍ची का संबंध जौनपुर से नहीं, बल्कि बांग्‍लादेश के ढाका से है। बच्‍ची को सही-सलामत उसके परिवार के पास पहुंचाया जा चुका है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर रघु सिंह भूमिहार ने 9 अगस्‍त को एक बच्‍ची की तस्‍वीर को अपलोड करते हुए लिखा : ‘इस छोटी सी खूबसूरत सी प्यारी सी बिटिया को जौनपुर में भिखारियों के साथ देखा गया। वह अपना नाम सोनल त्रिपाठी बताती है। भिखारियों का कहना है कि वह मुंबई से आने वाली ट्रेन में मिली थी सभी लोंगों से निवेदन है कोशिश करें ताकी यह बिटिया अपने घर अपने माता पिता के पास पहुँच सके #प्लीज_शेयर’

वायरल पोस्‍ट के फेसबुक और आकाईव वर्जन को देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी इस पोस्‍ट की जांच की है। वायरल तस्‍वीर में बच्‍ची के हाथों में रखे नोट को यदि आप ध्‍यान से देखते हैं तो उस पर शेख मुजीबुर रहमान की तस्‍वीर दिखाई देती है। शेख मुजीबुर रहमान बांग्लादेश के संस्थापक राजनेता थे। उनकी तस्‍वीरों को बांग्‍लादेश की मुद्रा पर छापा जाता है। मतलब साफ है कि बच्ची के हाथ में रखी मुद्रा बांग्लादेशी है।

पड़ताल के दौरान हमें वायरल तस्‍वीर कई बांग्‍लादेशी वेबसाइट पर मिली। shadhinnews24.com पर बांग्‍ला में मौजूद खबर के अनुसार, यह बच्‍ची बांग्‍लादेश के ढाका में सड़क किनारे भीख मांगते दिखी।

पूरी खबर यहां पढ़ें।

पड़ताल के अगले चरण में हमने इस खबर को कवर करने वाले बांग्लादेशी पत्रकार इकबाल कबीर से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि एक व्यक्ति ने इस बच्ची की तस्वीर ढाका की सड़कों पर खींची थी। बच्ची की मदद के इरादे से उन्होंने खबर लिखी। जिसके बाद बच्ची अब अपने माता-पिता के साथ है।

पूरी पड़ताल पढ़ें।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि रघु सिंह भूमिहार नाम का यह यूजर बेगूसराय का रहने वाला है। इसे 244 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। बांग्‍लादेश की एक साल पुरानी तस्‍वीर को जौनपुर का बताकर इसे झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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