यह इंद्रधनुष नहीं है, जिसे वायरल वीडियो में देखा जा सकता है। वीडियो में झूठा दावा किया गया है। यह वास्तव में एक हलो इफेक्ट है।
सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सूर्य के चारों तरफ एक चक्र दिखाई दे रहा है। इस वायरल वीडियो में यह दावा किया गया है कि यह चक्र एक पूरा इंद्रधनुष है। यह 100-250 वर्षों में एक बार दिखाई देता है।Vishvas News ने इसकी पड़ताल की और पाया कि यह इंद्रधनुष नहीं है। जो वीडियो में दिखाया गया है वो 22 डिग्री हलो इफेक्ट है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि गुजरात में एक पूरा इंद्रधनुष दिखाई दिया है। ऐसा 100-250 वर्षों में एक बार होता है। वीडियो अलग-अलग नैरेटिव्स के साथ ट्विटर पर भी वायरल है। वीडियो का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
Vishvas News ने पड़ताल की और पाया कि यह पहली बार नहीं है जब वीडियो वायरल किया जा रहा है। इसे सोशल मीडिया पर वर्ष 2017 में भी शेयर किया गया था।
Vishvas News ने इस वीडियो को लेकर मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन, स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत से बात की। उन्होंने हमें पूरी घटना के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि लोग इंद्रधनुष और हलो प्रभाव से भ्रमित हो जाते हैं। जिसे वीडियो में दिखाया गया है वो इंद्रधनुष नहीं है। यह एक हलो इफेक्ट है। 22 डिग्री हलो इफेक्ट एक ऐसी घटना है जो आइस क्रिस्टल हलो के परिवार से संबंधित है।
पोस्ट को फेसबुक पर मौमिता गेन नाम की यूजर ने शेयर किया था। हमने यूजर की सोशल स्कैनिंग की और पाया कि यूजर इस तरह की पोस्ट शेयर करती रहती हैं।
निष्कर्ष: यह इंद्रधनुष नहीं है, जिसे वायरल वीडियो में देखा जा सकता है। वीडियो में झूठा दावा किया गया है। यह वास्तव में एक हलो इफेक्ट है।
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