Quick Fact Check: प्रयागराज में जलभराव की पुरानी तस्वीर वाराणसी के नाम से हो रही वायरल

विश्वास न्यूज की पड़ताल में अंडरपास के नीचे जलजमाव की इस वायरल तस्वीर को लेकर किया जा रहा दावा झूठा निकला है। यूपी के प्रयागराज की पुरानी तस्वीर को वाराणसी की बता कर वायरल किया जा रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। देश के अलग-अलग हिस्सों में मानसून की वजह से हो रही भारी बारिश के बीच इससे जुड़े तमाम वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं। एक अंडरपास में जलजमाव की ऐसी ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं। अंडरपास की दीवार पर पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ समेत अन्य नेताओं की तस्वीर है। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह तस्वीर पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी की है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा झूठा निकला है। यूपी के प्रयागराज की पुरानी तस्वीर को वाराणसी की बता कर वायरल किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अवध शरण पांडेय ने 18 जून 2021 को वायरल तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, ‘लंकापति रावण महाराज की जय। ईहे बनारस नगरिया तू देख बबुआ।’ इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

अंडरपास में जलजमाव की यह तस्वीर अक्सर बारिश के दिनों में सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती है। विश्वास न्यूज पहले भी इस वायरल तस्वीर की सत्यता की जांच कर चुका है। इस तस्वीर के बारे में पता लगाने के लिए हमने सबसे पहले इसपर गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल किया। हमें इस तस्वीर से मिलते-जुलते ढेरों परिणाम मिले। यह वायरल तस्वीर 2018 की कई खबरों में इस्तेमाल की गई है, जिसका स्क्रीनशॉट यहां नीचे देखा जा सकता है।

सर्च के दौरान हमें यह तस्‍वीर मशहूर अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी AP की वेबसाइट पर मिली। इसमें बताया गया कि 12 अगस्‍त 2018 की यह तस्‍वीर इलाहाबाद (अब प्रयागराज) के रेलवे अंडरपास की है। एपी के फोटोग्राफर राजेश कुमार सिंह ने भी पुष्टि करते हुए बताया कि यह तस्वीर 2018 की ही है। ओरिजनल तस्‍वीर यहां क्लिक कर देखी जा सकती है।

इस वायरल तस्वीर पर विश्वास न्यूज की तरफ से पहले किए गए फैक्ट चेक को यहां नीचे विस्तार से पढ़ा जा सकता है।

हमने इस वायरल तस्वीर को गलत दावे से शेयर करने वाले फेसबुक यूजर अवध शरण पांडेय (लंकेश) की प्रोफाइल को स्कैन किया। प्रोफाइल मार्च 2018 में बनाई गई है। यूजर लखनऊ, यूपी के रहने वाले हैं। फैक्ट चेक किए जाने तक इस प्रोफाइल के 1181 फॉलोअर्स थे।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में अंडरपास के नीचे जलजमाव की इस वायरल तस्वीर को लेकर किया जा रहा दावा झूठा निकला है। यूपी के प्रयागराज की पुरानी तस्वीर को वाराणसी की बता कर वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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