COVID-19 महामारी के बीच यह दावा करने वाली पोस्ट कि फेसबुक ने अपने प्राइवेसी पॉलिसी को बदल दिया है जिससे यूजर्स द्वारा शेयर की जा रही पोस्ट को यूजर्स के खिलाफ मुकदमा दायर करने के लिए इस्तेमाल की जा सकती हैं, वह फर्जी है।
नई दिल्ली, विश्वास न्यूज़: सोशल मीडिया पर एक बार फिरसे एक पोस्ट वायरल है जिसमें दावा किया जा रहा है कि COVID-19 महामारी के बीच फेसबुक ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी को बदल दिया है। इसके अंतर्गत यूजर्स द्वारा शेयर की जा रही पोस्ट को यूजर्स के खिलाफ मुकदमा दायर करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।Vishvas News ने इस पोस्ट की पहले भी पड़ताल की थी और पाया था कि यह वायरल पोस्ट फर्जी है।
क्या हो रहा है वायरल?
दोबारा वायरल पोस्ट में कहा गया है: “COVID-19 को लेकर भ्रम में और सिर्फ इस मामले में यह सच है। यह मत भूलो कि कल फेसबुक एक नया नियम शुरू करने वाला है कि हमारी फोटोज का इस्तेमाल किया जा सकता है। याद रखें कि इसकी डेडलाइन आज है। इनका इस्तेमाल हमारे खिलाफ मुकदमा दायर करने के लिए भी किया जा सकता है। आज हम जो कुछ भी पोस्ट करते हैं, वह पब्लिक हो जाता है। यहां तक कि जो मैसेज डिलीट किए गए हैं वो भी। आपको केवल कॉपी-पेस्ट करना है, जिससे आप सुरक्षित रह पाएं। कॉपी-पेस्ट करने में आपका कुछ नहीं जाता है। यह सॉरी कहने से ज्यादा सुरक्षित रास्ता है। मैं फेसबुक या किसी भी फेसबुक ट्रेनिंग के लिए अपनी फोटोज, जानकारी, मैसेज और पोस्ट के उपयोग की अनुमति नहीं देता हूं, न ही अपने पिछले पोस्ट की और न भविष्य के किसी पोस्ट की।” इस बयान के साथ मैं फेसबुक को सूचना देता हूं कि इस प्रोफाइल या इसके कंटेंट के आधार पर मेरे खिलाफ अन्य कार्यों को प्रकट करने, कॉपी करने, वितरित करने की सख्त मनाही है। इस प्रोफाइल की जानकारी निजी और गोपनीय है। मेरे निजी जीवन की जानकारी का उल्लंघन कानून द्वारा दंडनीय है।”
इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
Vishvas News ने इस पोस्ट की पहले भी पड़ताल की थी। हमने फेसबुक की पॉलिसी को पढ़ा और पाया कि फेसबुक की नियम और शर्तों के मुताबिक, “फेसबुक और दूसरे फेसबुक प्रोडक्ट्स पर आप जो भी कंटेंट शेयर या क्रिएट करते हैं आपके पास उसके इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स होते हैं।”
फेसबुक के हेल्प कम्युनिटी पेज के अनुसार वायरल पोस्ट गलत है और उपयोगकर्ताओं को इस पोस्ट को रिपोर्ट करना चाहिए जब भी वे इसे देखते हैं।
Vishvas News को मेल पर दिए जवाब में फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा, “फेसबुक प्राइवेसी को गंभीरता से लेता है और हमारे प्रोडक्ट में कई कंट्रोल्स दिए गए हैं, जो यूजर को यह आजादी देते हैं कि वो यह चेक कर सके कि उनके द्वारा शेयर की गई जानकारी को कौन देखता है। हम कभी भी मनमाने ढंग से बिना सहमति के यूजर के पसर्नल निजी पोस्ट और फोटोज को सार्वजनिक नहीं करते हैं।”
यह पोस्ट फेसबुक यूजर Mehmet Yıldırım ने शेयर किया है। जब हमने यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया तो पाया कि यह टर्की का रहने वाला है।
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निष्कर्ष: COVID-19 महामारी के बीच यह दावा करने वाली पोस्ट कि फेसबुक ने अपने प्राइवेसी पॉलिसी को बदल दिया है जिससे यूजर्स द्वारा शेयर की जा रही पोस्ट को यूजर्स के खिलाफ मुकदमा दायर करने के लिए इस्तेमाल की जा सकती हैं, वह फर्जी है।
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