Fact Check: बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर प्रदर्शन करते नागा साधुओं का वायरल वीडियो महाकुंभ का है

विशवस न्यूज ने जांच में पाया कि नागा साधुओं का वायरल वीडियो पुराना है। असल में यह वीडियो महाशिवरात्रि पर हरिद्वार में हुए शाही स्नान का साल 2021 का है, जिसे अब बांग्लादेश में हिन्दुओं के समर्थन में जोड़ते हुए शेयर किया जा रहा है। वीडियो का हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किये जा रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में नागा साधुओं को देखा जा सकता है। कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि बांग्लादेश में हिन्दुओं की रक्षा के लिए नागा साधु सडक पर उत्तर गए हैं।  

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो साल 2021 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है। इसे हरिद्वार में शाही स्नान का बताया गया है।

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर दीपू सिह सेगर ने 12 अगस्त को यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, “बंगलदेशी हिन्दुओ के रक्षा में उतरे हमारे नागा साधु। कहाँ जेहादी आक्रांताओ को जिंदा मांस खा कर महादेव का भस्म आरती करेंगे। #बांग्लादेश हिंदुओ की रक्षा के लिए सड़क पर उतरे नागा साधु। हरिद्वार, मथुरा में “

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर अन्य यूजर्स मिलते-जुलते दावों के साथ इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल

वायरल वीडियो के पड़ताल के लिए हमने वीडियो को ध्यान से देखा। इसमें हमें वीडियो पर हमें रायबहादुर सेठ चन्दी राम सिन्धी

धर्मशाला लिखा हुआ नजर आया। हमने इसी कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। हमें पता चला की यह धर्मशाला हरिद्वार में है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल इमेज पर सर्च किया। हमें वीडियो Maheshwar Giri नाम के फेसबुक यूजर द्वारा शेयर किया हुआ मिला। वीडियो 11 मार्च 2021 को शेयर किया गया है। कैप्शन के मुताबिक, महाशिवरात्रि पर हरिद्वार में हुए शाही स्नान का है।

सर्च के दौरान हमें वीडियो Naveen binjola नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला। 13 मार्च 2021 को अपलोड वीडियो में इसे, महाकुंभ 2021 के पहले शाही स्नान का बताया गया है।

हमें मिलता-जुलता वीडियो Haridwar Live नाम के फेसबुक पेज पर भी मिला। वीडियो को 11 मार्च 2021 को शेयर किया गया है।

हमारी यहां तक की जांच से यह तो साफ़ हुआ कि वायरल वीडियो पुराना है। हमने वीडियो को दैनिक जागरण हरिद्वार के रिपोर्टर मनीष शर्मा के साथ शेयर किया। उन्होंने बताया कि वीडियो हरिद्वार का है, पर पुराना है। अभी यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ है।

हमने मथुरा में दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी विनीत मिश्रा के साथ भी संपर्क किया। उन्होंने बताया कि हाल-फिलहाल में यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ है और वीडियो भी यहां का नहीं है।

सर्च के दौरान हमे दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट मिली। 8 अगस्त 2024 को प्रकाशित खबर में बताया गया है, बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने गहरी चिंता व्यक्त की है और कहा है, अगर वहां पर हिन्दुओं पर अत्याचार नहीं रुकते तो वहां के हिंदुओं को भारत में शरण देने की योजना बनानी चाहिए।

अंत में हमने वीडियो को शेयर करने वाले यूजर की सोशल स्कैनिंग की। पता चला कि यूजर को 2 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विशवस न्यूज ने जांच में पाया कि नागा साधुओं का वायरल वीडियो पुराना है। असल में यह वीडियो महाशिवरात्रि पर हरिद्वार में हुए शाही स्नान का साल 2021 का है, जिसे अब बांग्लादेश में हिन्दुओं के समर्थन में जोड़ते हुए शेयर किया जा रहा है। वीडियो का हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

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