दावा फर्जी साबित हुआ। मध्य प्रदेश में हुई घटना के पुराने वीडियो को वाराणसी का बताकर झूठ फैलाया गया है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर तेजी से एक वीडियो वायरल किया जा रहा है। इसमें कुछ लोगों को नग्न युवकों की पिटाई करते हुए देखा जा सकता है। नदी किनारे की घटना के इस वीडियो को यूपी के वाराणसी का बताकर शेयर किया जा रहा है।
दावा किया जा रहा है कि वाराणसी में गंगा स्नान के बाद मंदिर जाने पर कुछ लोगों को ऊंची जाति वालों ने नग्न करके पीटा। विश्वास न्यूज ने इसकी जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। मध्य प्रदेश में हुई घटना के पुराने वीडियो को वाराणसी का बताकर झूठ फैलाया गया है।
Md Jamil Shah Warsi नाम के एक फेसबुक यूजर ने 11 अक्टूबर को एक वीडियो को पोस्ट करते हुए दावा किया, “यूपी में मूल निवासी समाज के लोग हिन्दू बनकर गंगा में स्नान करके काशी के मंदिर में महादेव का दर्शन करने गए थे। दर्शन का फल कुछ ऐसे मिला कि ऊंची जाति वालों ने नंगे करके पीटा और बताया कि तुम अछूत हो वोट के लिए ही केवल हिन्दू हो… मन्दिर में पूजा और प्रवेश के लिए सदियों से मूल निवासी समाज संघर्ष कर रहा है… बुद्ध के रास्ते से दूर जाओगे तो यही होगा…।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो और उसके साथ किए गए दावे की सच्चाई पता लगाने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का इस्तेमाल किया। संबंधित की-वर्ड से सर्च करने पर हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर एक खबर मिली। 10 अक्टूबर को प्रकाशित इस खबर में बताया गया, “मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी के किनारे नग्न युवकों की पिटाई का वीडियो काशी के गंगा घाट का बताकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दो यूजर ने जातिगत टिप्पणी के साथ पोस्ट किया। प्रकरण को लेकर गुरुवार को आदमपुर और दशामश्वेध थाने में पुलिस की ओर से सपा नेता सहित दो यूजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।”
इस खबर में वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल की ओर से बताया गया, “वीडियो मध्य प्रदेश के खरगौन जिले के महेश्वर स्थित नर्मदा नदी के तट का था। वीडियो को बिना सत्यापन के काशी का बताकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाकर माहौल खराब करने की कोशिश की गई।”
पूरी खबर को विस्तार से यहां पढ़ा जा सकता है।
सर्च के दौरान हमें एक यू-ट्यूब चैनल पर एक खबर मिली। 13 सितंबर को अपलोड इस खबर में बताया गया कि मध्य प्रदेश के खरगोन में नर्मदा किनारे नग्न अवस्था में नहाने वालों की पिटाई की गई।
धामनोद समाचार नाम के एक यू-ट्यूब चैनल पर 12 सितंबर को अपलोड की गई खबर में बताया गया कि महेश्वर में नर्मदा नदी में नग्न अवस्था में नहाते युवकों की पिटाई की गई।
सर्च के दौरान हमें यूपी पुलिस के फैक्ट चेक हैंडल पर एक पोस्ट मिली। इसमें एक यूजर की पोस्ट को लेकर लिखा गया कि मध्य प्रदेश के खरगौन जिले के महेश्वर में स्थित नर्मदा नदी के तट के वीडियो को बिना सत्यापन भ्रामक रूप से काशी का बताकर पोस्ट किए जाने के सन्दर्भ में आपके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही हेतु @varanasipolice को निर्देशित किया गया है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए नईदुनिया खरगोन के ब्यूरो चीफ विशाल आनंद छटिये से संपर्क किया गया। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो महेश्वर का है। वहां कुछ युवकों की पिटाई की गई थी।
विश्वास न्यूज ने जांच के आखिर में महेश्वर के पुराने वीडियो को यूपी के वाराणसी का बताकर वायरल करने वाले यूजर की जांच की। Md Jamil Shah Warsi नाम का यह यूजर दिल्ली में रहता है। इस अकाउंट को अगस्त 2013 में बनाया गया।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि महेश्वर के पुराने वीडियो को वाराणसी का बताकर झूठ फैलाया जा रहा है। महेश्वर में कुछ युवकों ने नग्न होकर नर्मदा में स्नान किया था। इसके बाद, उनकी पिटाई की गई थी।
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