Fact Check : मई 2018 को वाराणसी में गिरे फ्लाईओवर के वीडियो को अब महाराष्‍ट्र का बताकर फैलाया गया झूठ

15 मई 2018 को यूपी के वाराणसी में रेलवे स्‍टेशन के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर हादसे का शिकार हो गया था। इसमें दबकर कई लोगों की जान भी चली गई थी। अब कुछ लोग उस वक्‍त के वीडियो को महाराष्‍ट्र का बताकर झूठ फैला रहे हैं।

Fact Check : मई 2018 को वाराणसी में गिरे फ्लाईओवर के वीडियो को अब महाराष्‍ट्र का बताकर फैलाया गया झूठ

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर के गिरने का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें इस फ्लाईओवर के नीचे कई गाड़ियां और लोगों को दबे हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इसे महाराष्‍ट्र के ठाणे और मुंबई की घटना का वीडियो बताकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। 15 मई 2018 को यूपी के वाराणसी में रेलवे स्‍टेशन के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर हादसे का शिकार हो गया था। इसमें दबकर कई लोगों की जान भी चली गई थी। अब कुछ लोग उस वक्‍त के वीडियो को महाराष्‍ट्र का बताकर झूठ फैला रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर नटखट छोरी ने 16 फरवरी को एक वीडियो को अपलोड करते हुए इसे मुंबई, ठाणे का बताया। वीडियो में एक ब्रिज को गिरे हुए देखा जा सकता है। इसके नीचे कई गाड़ियां और लोग भी दबे हुए देखे जा सकते हैं।

पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे वायरल कर रहे हैं। इसके आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच करने के लिए कई ऑनलाइन टूल्‍स का इस्‍तेमाल किया। इनविड टूल के माध्‍यम से इसके कीफ्रेम्‍स निकाले गए। फिर इन्‍हें यान्‍डेक्‍स रिवर्स इमेज टूल की मदद से सर्च किया गया। टाइम्‍स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर 28 जुलाई 2018 को पब्लिश एक खबर में बताया गया कि वाराणसी में फ्लाईओवर गिरने से कई लोगों की जान चली गई। यह घटना 15 मई 2018 को हुई थी। इस हादसे के बाद कई लोगों पर केस दर्ज करके अरेस्‍ट भी किया गया। पूरी खबर यहां पढ़ें।

देश-दुनिया की कई न्यूज वेबसाइट ने इस घटना को कवर किया था। 15 मई 2018 को न्‍यूज 18 की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया कि वाराणसी में कैंट स्टेशन के सामने निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिर गया था। इसकी चपेट में कई वाहन आ गए। हादसे में एनडीआरएफ की टीम ने 18 मौतों की पुष्टि की थी। पूरी खबर यहां पढ़ें। यह खबर अमर उजाला और दैनिक जागरण की वेबसाइट पर भी पढ़ी जा सकती है।

एबीपी न्‍यूज के यूट्यूब चैनल पर 16 मई 2018 को विस्‍तार से इसकी खबर अपलोड की गई। इस रिपोर्ट को यहां देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए हादसे की तस्‍वीरें खींचने वाले दैनिक जागरण के फोटोजर्नलिस्‍ट उत्तम राय चौधरी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल पोस्‍ट गलत है। यह वीडियो वाराणसी में हुए हादसे की है।

अब बारी थी फर्जी पोस्‍ट करने वाली यूजर की जांच करने की। फेसबुक पेज नटखट छोरी को नौ हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर मुंबई की रहने वाली है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। मई 2018 में वाराणसी में हुए हादसे के वीडियो को सोशल मीडिया पर महाराष्‍ट्र का बताकर झूठ फैलाया जा रहा है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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