Fact Check : लता मंगेशकर का पांच साल पुराना फेसबुक लाइव का एक हिस्‍सा एडिट करके अब किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। जिस वीडियो को लता मंगेशकर के निधन से ठीक पहले का बताया जा रहा है, वह पांच साल पुराना है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर का बीते रविवार 6 फरवरी को निधन हो गया। अब उनके एक पुराने वीडियो को वायरल करते हुए कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि यह लता मंगेशकर का आखिरी वीडियो है। 1:24 मिनट के इस वीडियो में लता मंगेशकर को अपने फेसबुक और ट्विटर के फैन्‍स को प्रणाम करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में उन्‍हें मदन भइया के बारे में बात करते हुए देखा जा सकता है। अंत में एक वॉयस ओवर के माध्‍यम से लता मंगेशकर के निधन के बारे में बताया गया। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पता चला कि वायरल वीडियो पांच साल पुराना है। जनवरी 2017 में लता मंगेशकर ने एक फेसबुक लाइव किया था। उसी के कुछ हिस्‍से को काटकर उनके निधन के बाद वायरल किया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज M.R Entertainment ने लता मंगेशकर के 1:24 मिनट के एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया कि निधन के पहले का लता मंगेशकर का वीडियो। अंग्रेजी में लिखा गया : ‘Lata Mangeshkar last moment before death’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसके आर्काइव्‍ड वर्जन को यहां देखें। सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने लता मंगेशकर के वायरल वीडियो का सच जानने के लिए सबसे पहले अलग-अलग कीवर्ड से गूगल सर्च किया। सर्च के दौरान हमें उनके फेसबुक पेज पर एक वीडियो मिला। 4 जनवरी 2017 को लता मंगेशकर फेसबुक पर लाइव आई थीं। वहां उन्होंने अपने फैन्‍स से रूबरू होते हुए उनके प्रश्‍नों का जवाब दिया था। पूरा वीडियो यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, मुबई में बॉलीवुड कवर करने वालीं स्मिता श्रीवास्‍तव से संपर्क किया। उन्‍होंने भी जानकारी देते हुए बताया कि लता मंगेशकर का वायरल वीडियो करीब पांच साल पुराना है।

जांच के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने भ्रामक पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। पता चला कि फेसबुक पेज M.R Entertainment को 21 जनवरी 2022 को बनाया गया। इसे 80 लोग फॉलो करते हैं। पेज पर फनी और वायरल वीडियो ज्‍यादा दिखे।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। जिस वीडियो को लता मंगेशकर के निधन से ठीक पहले का बताया जा रहा है, वह पांच साल पुराना है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट