नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। गुजरात विधानसभा चुनाव के बीच सोशल मीडिया पर कई प्रकार की फर्जी व भ्रामक पोस्ट वायरल हो रही हैं। अब भाजपा नेता हार्दिक पटेल का एक वीडियो एडिट करके वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो में उन्हें भाजपा के खिलाफ बोलते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में दावा किया जा रहा है कि नामांकन भरने के बाद हार्दिक पटेल ने भाजपा पर हमला किया। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की विस्तार से जांच की। पता चला कि हार्दिक पटेल ने यह बयान कांग्रेस में रहते हुए दिया था। मई 2019 में कौशाम्बी के संसदीय चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन के दौरान हार्दिक पटेल ने यह बात कही थी। इस वीडियो का गुजरात चुनाव या हार्दिक पटेल के नामांकन से कोई संबंध नहीं है।
फेसबुक पेज ‘महंगाई की मार’ ने 19 नवंबर को 18 सेकंड का एक वीडियो वायरल करते हुए दावा किया : ‘बीजेपी का टिकट मिलते ही रंग में आ गए हार्दिक पटेल ,, कहा , साहब , झूठ बोलते हैं झूठे वादे करते हैं ,, मैं नहीं करता. अपनी पार्टी के ,, सर्वे सर्वा पर इल्जाम???’
फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
गुजरात विधानसभा चुनाव में हार्दिक पटेल को भाजपा ने वीरमगाम विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। विश्वास न्यूज हार्दिक पटेल के वायरल वीडियो के आधार पर कई कीवर्ड बनाए। फिर इन्हें सर्च करना शुरू किया। ओरिजनल वीडियो हमें 4 मई 2019 को अपलोड एक ट्विटर हैंडल पर मिला। इंडिया 7 नाम के ट्विटर हैंडल पर इस वीडियो को अपलोड करते हुए बताया गया कि कौशाम्बी दौरे पर आए कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारक हार्दिक पटेल ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार गिरीश पासी के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूठ बोलते है।
गौरतलब है कि 2019 में हार्दिक पटेल कांग्रेस में थे। उन्होंने कुछ महीने पहले ही कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली है।
विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए कौशाम्बी में हार्दिक पटेल की जनसभा को लेकर खबरें खोजना शुरू किया। अमर उजाला की वेबसाइट पर 5 मई 2019 को पब्लिश एक खबर में बताया गया कि कौशाम्बी संसदीय क्षेत्र में छह मई को मतदान होना है। कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश पासी के समर्थन में पार्टी नेता हार्दिक पटेल ने कादीपुर में जनसभा कर वोट मांगा। पूरी खबर यहां पढ़ें।
जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज गुजराती जागरण के पॉलिटिकल एडिटर राजेंद्र सिंह परमार से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है। हार्दिक पटेल से जुड़ी हुआ यह वीडियो काफी पुराना है। उन्होंने गुजरात चुनाव में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
पड़ताल के अंतिम चरण में हार्दिक पटेल के तीन साल पुराने वीडियो को अब वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक पेज ‘महंगाई की मार’ को 33 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में भाजपा नेता हार्दिक पटेल के नाम पर वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। उनके तीन साल पुराने वीडियो को अब गुजरात चुनाव में भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। हार्दिक ने यह बयान उस वक्त दिया था, जब वे कांग्रेस में थे। इस वीडियो का उनके नामांकन से कोई संबंध नहीं है।
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