Fact Check: तारों में उलझे ड्रोन के सीरिया के पुराने वीडियो को किया जा रहा ईरान-इजराइल मामले से जोड़कर वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो सीरिया का एक पुराना मामला है। इसका हाल- फिलहाल चल रही इजराइल- ईरान जंग से कोई लेना- देना नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक ड्रोन का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उसे बिजली के तारों में फंसे हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि ईरान ने इजराइल पर हमले के लिए यह ड्रोन भेजा, लेकिन वह इराक के बिजली के तारों में फंस गया।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो सीरिया का एक पुराना मामला है। इसका  हाल- फिलहाल चल रही इजराइल- ईरान जंग से कोई लेना- देना नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ‘ईरान ने ड्रोन भेजा इजराइल में लेकिन वह इराक के electric power lines में अटक गया।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने गूगल लेंस के जरिये वायरल वीडियो को सर्च किया। सर्च में हमें इस  वीडियो की तस्वीरें  एक एक्स हैंडल पर अपलोड हुई मिली। यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘उत्तरी सीरिया के हसाकाह ग्रामीण इलाके में क़मर अल-दीन शहर में एक ड्रोन बिजली के तारों से टकरा गया।”

इसी बुनियाद पर हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया और हमें पत्रकार शाहो कुर्दी के वेरिफाइड एक्स हैंडल पर वायरल वीडियो 29 फरवरी 2024 को मिला।

आगे की पड़ताल में हमें यह वीडियो सीरिया के @SteeleSyAA नाम के वेरिफाइड हैंडल पर भी मिला। यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘ उत्तर-पश्चिमी हसाका प्रांत के अबू खशब शहर के पास क़मर अल-दीन गांव में एक आत्मघाती ड्रोन बिजली और संचार लाइनों से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

यह  वायरल वीडियो हमें शहर अबू खसब अल- जबलेह के नाम पर बने फेसबुक अकाउंट पर भी अपलोड हुआ मिला। यहां 20 फरवरी को अपलोड किये गए वीडियो में भी दी गई जानकारी के मुताबिक, यह मामला अबू खसब शहर के पास क़मर अल-दीन गांव का है।

वायरल वीडियो से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने ईरान की फैक्ट चेकर फ़ातेमा करीम खान से संपर्क किया और उन्होंने हमें बताया कि यह पुराना वीडियो है, इसका ईरान के हालिया हमलों से कोई लेना- देना नहीं है।

 पोस्ट को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर को तकरीबन डेढ़ हजार लोग फॉलो करते हैं।  

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो सीरिया का एक पुराना मामला है। इसका हाल- फिलहाल चल रही इजराइल- ईरान जंग से कोई लेना- देना नहीं है।

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