Fact Check : पानी में डूबी पटरियों की पुरानी तस्वीर अब मानसून में वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। वायरल तस्‍वीर छह साल पुरानी साबित हुई।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। देश के कई राज्‍यों में भारी बारिश देखने को मिल रही है। इन इलाकों में भारी बारिश के कारण लोगों को काफी समस्‍या का सामना करना पड़ा। इसी बीच सोशल मीडिया में एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इसमें रेलवे स्‍टेशन के एक प्‍लेटफॉर्म पर लोगों को खड़ा देखा जा सकता है। तस्‍वीर में रेल की पटरियां पानी में पूरी तरह से डूबी हुई देखी जा सकती है। इस तस्‍वीर को अभी की बताकर कई सोशल मीडिया यूजर्स शेयर कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। वायरल तस्‍वीर छह साल पुरानी साबित हुई। वर्ष 2018 में मुंबई में भारी बारिश के कारण कई लोकल स्‍टेशन की पटरियां पानी में डूब गई थीं। उसी दौरान की एक तस्‍वीर को अब वर्ष 2024 में वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है।

क्‍या ह‍ो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Mmeraj Qureshi ने 18 जुलाई को एक तस्‍वीर को अपने अकाउंट पर पोस्‍ट करते हुए लिखा, “समझ नहीं आ रहा लोग ट्रेन का इंतज़ार कर रहे हैं या बोट का।”

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्‍वीर की सच्‍चाई पता लगाने के लिए सबसे पहले गूगल लेंस टूल का इस्‍तेमाल किया। सबसे पुरानी तस्‍वीर हमें आजतक की वेबसाइट पर मिली। 9 जुलाई 2018 को पब्लिश एक खबर में इसका इस्‍तेमाल किया गया था। खबर में बताया गया कि मुंबई में भारी बारिश के कारण लोकल ट्रेन ठप हो गई थीं। यहां के नालासोपार में भारी बारिश के कारण रेलवे ट्रैक्‍स पर पानी भर गया था। जिसके कारण लोकल ट्रेन का आवागमन रोकना पड़ गया था। पूरी खबर को विस्‍तार से यहां पढ़ा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए मुंबई के वरिष्‍ठ पत्रकार सर्वेश मिश्रा से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल तस्‍वीर काफी पुरानी है।

महाराष्‍ट्र में मुंबई समेत कई जिलों में इस बार भी भारी बारिश का प्रकोप देखने को मिला। इससे संबंधित खबर को नीचे देखा जा सकता है।

जांच के अंत में फेसबुक यूजर Mmeraj Qureshi के अकाउंट की जांच की गई। सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर को 10 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। इससे ज्‍यादा जानकारी इस अकाउंट के बारे में नहीं मिली।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल तस्‍वीर पुरानी साबित हुई। हालांकि, इस बार भी भारी बारिश के कारण मुंबई में रेल पटरियों के डूबने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट