Fact Check : नोएडा में डिलीवरी ब्वॉय की पिटाई में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं, वायरल दावा फेक

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्‍स पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक शख्‍स को बुरी तरह से कुछ लोग पीटते हुए दिख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो भारत में एक मुस्लिम डिलीवरी ब्वॉय की पिटाई का है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। हमारी जांच में दावा फर्जी साबित हुआ। दरअसल वीडियो नोएडा का है। वहां फरवरी में कुछ युवकों ने एक डिलीवरी ब्वॉय की पिटाई की थी। डिलीवरी ब्वॉय मुस्लिम नहीं, हिंदू था। उसका नाम अभय प्रताप था। नोएडा पुलिस ने भी वायरल दावे का खंडन किया।

क्‍या हो रहा है वायरल

एक्‍स हैंडल फैसल शेख ने एक वीडियो को अपने अकाउंट पर अपलोड करते हुए अंग्रेजी में लिखा, “MUSLIM DELIVERY DRIVER ATTACKED IN INDIA”

यह वीडियो 18 मार्च को पोस्‍ट किया गया।

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले इसके कई कीफ्रेम्‍स निकाले। इसके लिए इनविड टूल का इस्‍तेमाल किया। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल के जरिए खोजना शुरू किया। हमें जागरण डॉट कॉम पर पब्लिश एक खबर मिली। इसे 22 फरवरी 2024 को पब्लिश की गई थी।

खबर में बताया गया कि नोएडा के कोतवाली सेक्टर 113 क्षेत्र में एक डिलीवरी ब्वॉय को अगवा करने के बाद उसे निर्वस्त्र कर पीटने का मामला सामने आया। है। जानकारी के मुताबिक, दबंगों ने पीड़ित को नौ फरवरी को अपहरण कर इलाके के एक सुनसान जगह पर ले गए और उसे निर्वस्त्र करके बेरहमी से पीटा। दबंगों ने पिटाई का वीडियो भी बनाया। पड़ोस में रहने वाले दबंगों ने मामूली कहासुनी के विवाद के बाद घटना को अंजाम दिया।। पीड़ित की पहचान शाहजहांपुर जिले के कलान थाना क्षेत्र निवासी अभय प्रताप के तौर पर हुई। पूरी खबर यहां पढ़ें।

पड़ताल के दौरान कई स्‍थानीय यूट्यूब चैनलों पर भी वायरल वीडियो से जुड़ी खबर दिखीं। इसमें पीड़ित का नाम या धर्म के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। सर्च के दौरान वायरल वीडियो अमर उजाला की वेबसाइट पर मिला। 22 फरवरी 2024 को पब्लिश खबर में इसका इस्‍तेमाल किया गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, नोएडा के ईपेपर को खंगालना शुरू किया। यहां हमें 23 फरवरी को पब्लिश एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि अभय प्रताप के साथ पिटाई करने वाले उसके पड़ोसी मोहित चौहान, दीपांशु और ऋतिक थे। घटना 9 फरवरी की है।

नोएडा डीएसपी विद्यासागर मिश्रा ने भी कनफर्म किया कि वायरल पोस्‍ट में किया गया दावा गलत है। इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।

पड़ताल के अंत में वायरल पोस्‍ट करने यूजर की जांच की। पता चला कि इस एक्‍स हैंडल को पिछले साल फरवरी में बनाया गया है।

निष्कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा फर्जी साबित हुआ। नोएडा में एक डिलीवरी ब्वॉय की पिटाई में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था। विक्टिम का नाम अभय प्रताप था।

False
Symbols that define nature of fake news
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