विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पोस्ट भ्रामक साबित हुई। वायरल क्लिप 2022 की है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर एक क्लिप वायरल हो रही है। इसमें एक तेंदुए को गाय का शिकार करते हुए देखा जा सकता है। घटना को अभी का समझकर कई सोशल मीडिया यूजर्स इसे वायरल कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पोस्ट भ्रामक साबित हुई। वायरल क्लिप 2022 की है। उत्तरराखंड में उस वक्त एक तेंदुए ने गाय का शिकार किया था। उसी घटना की क्लिप को अभी का समझकर वायरल किया जा रहा है।
इंस्टाग्राम हैंडल aadivasi Chora ने 3 सितंबर को एक क्लिप को शेयर किया। इसके साथ लिखा गया कि भाई इतने हॉर्न बजाए। इतना चिल्लाए। फिर भी कुछ नहीं कर पाए। हमारे आसपास ऐसा कुछ नहीं था रोड पर जो उसे भगा सके।
वीडियो में एक तेंदुए को सड़क किनारे गाय का शिकार करते हुए देखा जा सकता है। गाय खुद को बचाने की बहुत कोशिश करती है। इसके बावजूद तेंदुआ शिकार में कामयाब हो जाता है और गाय को खींचकर जंगल में ले जाता है।
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिख दिया गया है। पोस्ट को सच समझ कर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज एक बार पहले भी वर्ष 2022 में वायरल क्लिप से जुड़ी एक फर्जी दावे की सच्चाई पाठकों के सामने ला चुका है।
वायरल क्लिप के स्निपिंग टूल की मदद से स्क्रीनशॉट्स निकालने के बाद इन्हें गूगल लेंस के जरिए सर्च किया गया तो असली वीडियो
नेचर एंड हेरिटेज नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे 17 अगस्त 2022 को अपलोड किया गया था। (आर्काइव लिंक)
सर्च के दौरान नवभारत टाइम्स पर एक खबर मिली। 16 अगस्त 2022 की इस खबर में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया। खबर में बताया गया कि यह घटना उत्तराखंड में रानीखेत के पास हुई थी। वीडियो को ट्विटर पर इंडियन फॉरेस्ट सेवा के अधिकारी साकेत बडोला ने साझा किया था। पूरी खबर यहां पढ़ी जा सकती है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल के अगले चरण में साकेत बडोला के एक्स हैंडल को खंगालना शुरू किया। यहां हमें 15 अगस्त 2022 को अपलोड वीडियो मिला। इसे यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने पिछली जांच के दौरान, दैनिक जागरण, अल्मोड़ा के जिला प्रभारी चंद्रशेखर द्विवेदी से बात की थी। उन्होंने हमें जानकारी देते हुए बताया था कि अल्मोड़ा जिले के रानीखेत के पास हाईवे किनारे एक तेंदुआ गाय का शिकार कर रहा था। सड़क से गुजर रही एक गाड़ी में बैठे लोगों ने यह दृश्य अपने मोबाइल में कैद किया था।
पड़ताल के अंत में हमने इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग में पता चला कि इंस्टाग्राम यूजर आदिवासी छोरा को चार सौ से ज्यादा लोग फालो करते हैं। इससे ज्यादा जानकारी इसके बारे में नहीं मिली।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। वर्ष 2022 की घटना से जुड़े वीडियो को कुछ यूजर्स अभी का समझकर सोशल मीडिया में वायरल कर रहे हैं।
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