Fact Check : सजल चक्रवती का 2020 में ही हो चुका है निधन, भ्रामक है वायरल पोस्ट

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। सजल चक्रवती का कुछ साल पहले ही निधन हो चुका है।

Fact Check : सजल चक्रवती का 2020 में ही हो चुका है निधन, भ्रामक है वायरल पोस्ट

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। झारखंड के पूर्व मुख्‍य सचिव और आइएएस अधिकारी सजल चक्रवर्ती की एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इस तस्‍वीर के साथ एक कहानी को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि 150 किलो के सजल अभी कई बीमारियों से ग्रसित हैं। अब मौत के बाद ही इनके कष्‍ट दूर हो सकते हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। सजल चक्रवती का कुछ साल पहले ही निधन हो चुका है। उनका नवंबर 2020 में बेंगलुरु में निधन हुआ था। वे 1980 बैच के आइएएस अधिकारी थे। चारा घोटाला मामले में सजल चक्रवर्ती भी आरोपी बनाए गए थे।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर राजेश सहरावत ने 30 जुलाई 2024 को एक तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए लिखा, “जैसी करनी-वैसा फल। आज नहींं तो निश्चित कल। जमीन पर बैठे IAS सजल चक्रवर्ती झारखंड के मुख्यसचिव रहे हैं। लालू के चारा घोटाले में दोषी सिद्ध हुए चक्रवर्ती के न जाने कितने IAS/IPS पैर छूते रहे होंगे, मगर आज इनकी बेबसी देखकर मन बहुत विचलित हुआ। आजकल इनका वजन 150 kg के आस पास है, ये कई बिमारियों से ग्रसित हैं और ठीक से चल भी नही पाते। रांची कोर्ट की पहली मंज़िल में पेशी थी, एक सीढ़ी घसीट कर उतरे। फिर दूसरी सीढ़ी पहुँचने के लिए खुद को घसीट रहे थे। यह दृश्य जीवन का यथार्थबोध कराने वाला था। माता-पिता नही रहे,भाई सेना में बड़े अफसर थे, अब वे भी नही रहे। जिसको गोद लिए, उसकी शादी हो गई। अब उसे भी इनसे मतलब नहीं है। अपने घर मे कुछ बन्दर और कुत्ते पाल रखे हैं, ये शानो शौकत, पैसे सब बेकार सिद्ध हुए……अब बस मृत्यु ही शायद इनका कष्ट दूर कर सकती है। जरा सोंचिये! कल तक बड़े बड़े अधिकारी/कर्मचारी जिनकी गाड़ी का दरवाज़ा खोलने के लिए आतुर रहते थे, वही आज दुनिया के सामने जमीन पर असहाय पड़ा था। उसने दो शादी की, मगर दोनों बीबियों ने तलाक दे दिया। कोर्ट में सबका कोई न कोई आया था,लेकिन वे अकेले थे। इसकी वजह बिल्कुल स्पष्ट है कि जब वह पद पर रहे होंगे, सिर्फ धन अर्थात रुपैया को ही अपना सब कुछ मान लिए होंगे। किसी की दिल से मदद नहींं की होगी। अगर की होती तो शायद आज कोई न कोई उनके लिये जरूर खड़ा रहता। एक बात तय मानिए, भ्रष्टाचार यानी लूट-खसोट की कमाई सर चढ़कर अपना असर दिखाती है। इसलिये जब हम सामर्थ्यवान हों तो हमें दूसरे की मदद जरूर करनी चाहिए, जिससे की लोग बाद में आपको भी याद करें, आपके साथ रहे। इसलिये जीवन को जीवन्त बनायें। लोगों की मदद करते हुए अपना जीवन जिएं। पाप की कमाई आखिर किसके लिए। जरा सोंचिए तो सही कि पैसा बहुत कुछ तो है पर, सब कुछ नहींं।”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले तस्‍वीर को गूगल लेंस के जरिए सर्च किया। यह तस्‍वीर हमें कई न्‍यूज वेबसाइट पर मिली। जागरण डॉट कॉम ने भी इस तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए एक खबर पब्लिश की थी। 5 नवंबर 2020 को पब्लिश खबर में बताया गया, “झारखंड के पूर्व मुख्‍य सचिव और आइएएस अधिकारी सजल चक्रवर्ती का निधन हो गया। उन्‍होंने आज बेंगलुरु में अंतिम सांस ली। वे 1980 बैच के आइएएस अधिकारी थे। चारा घोटाला मामले में सजल चक्रवर्ती भी दोषी पाए गए थे। वे अपने कार्यकाल के दौरान कई वजहों से चर्चा में रहे।” संबंधित खबर को यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।

जागरण डॉट कॉम पर पब्लिश खबर का स्‍क्रीनशॉट

पंजाब केसरी की वेबसाइट पर भी सजल के निधन की खबर 5 नवंबर 2020 को पब्लिश की गई। इसमें बताया गया, “झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती का दिल का दौरा पड़ने से आज सुबह बेंगलुरु में निधन हो गया है। चक्रवर्ती काफी समय से बीमार चल रहे थे। इस पर झारखंड सीएम सहित कई नेताओं ने शोक जताया।”

पूरी खबर यहां पढ़ें।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, बिहार के वरिष्‍ठ पत्रकार अमित आलोक से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती का वर्ष 2020 में ही बेंगलुरु में निधन हो चुका है । 30 मई 2014 से 30 दिसबंर 2016 तक वे झारखंड के मुख्य सचिव रहे थे। उन्हें चारा घोटाला मामले में सजा मिली थी।

पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर के अकाउंट की जांच की गई। राजेश सहरावत के बारे में कोई खास जानकारी नहीं मिली।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में आईएएस सजल चक्रवती से जुड़ी वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। उनका 2020 में ही निधन हो चुका है।

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