Fact Check : पीएम मोदी के भोजन के खर्चे के नाम पर वायरल पोस्‍ट में नहीं है सच्‍चाई

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पीएम मोदी के भोजन से जुड़ी वायरल पोस्‍ट गलत साबित हुई। पहले भी कई बार ऐसी पोस्‍ट वायरल हो चुकी हैं। इसमें कोई सच्‍चाई नहीं है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोजन के खर्च के संबंध में एक पोस्‍ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया गया है कि सूचना के अधिकार के अनुसार मिली जानकारी नरेंद्र मोदी के एक दिन के भोजन का खर्च 41579 रुपए है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पता चला कि वायरल पोस्‍ट में कोई सच्‍चाई नहीं है। ऐसी पोस्‍ट पहले भी कई बार वायरल हो चुकी है। पड़ताल के अनुसार, पीएम मोदी अपने भोजन का खर्च स्‍वयं वहन करते हैं। यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मिली। इसी तरह के दावे पर विश्‍वास न्‍यूज एक बार पहले भी पड़ताल कर चुका है। इसे आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ब्रजेश पांडेय ने 8 सितंबर को एक पोस्‍ट किया। इसमें दावा किया गया : ‘आरटीआई ने बताया कि मोदी जी के एक दिन के भोजन का खर्च 41 हजार 5 सौ 79 रुपये मात्र है।’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा दिया गया है। यहां पोस्‍ट में से लिंक को हटा दिया गया है। इस पोस्‍ट को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की शुरुआत गूगल ओपन सर्च से की। सबसे पहले वायरल पोस्‍ट के आधार पर कीवर्ड तैयार किए गए। फिर इन्‍हें गूगल सर्च में अपलोड करके सर्च किया। हमें ऐसी एक भी खबर नहीं मिली, जो वायरल पोस्‍ट में किए गए दावे की पुष्टि करती हो। यदि ऐसी कोई खबर होती हो तो मीडिया में जरूर सुर्खियां बनती। सर्च के दौरान हमें जरूर कुछ ऐसी खबरें मिलीं, जिनके अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने खाने का खर्च खुद वहन करते हैं।

31 अगस्‍त 2022 को नवभारत टाइम्‍स में पब्लिश एक खबर में बताया गया कि एक आरटीआई में पीएम मोदी के ऊपर होने वाले भोजन के खर्च को लेकर सवाल पूछा गया तो जवाब में बताया गया कि पीएम मोदी अपने खाने का खर्च खुद उठाते हैं। उनके खाने पर कोई सरकारी खर्च नहीं होता है।

यह खबर यहां पढ़ी जा सकती है। टाइम्‍स नाउ हिंदी की वेबसाइट के अलावा जागरण डॉट कॉम पर भी संबंधित खबर को पढ़ा जा सकता है।

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर प्रकाशित रितेश द्विवेदी की खबर में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भोजन पर सरकारी पैसा खर्च नहीं होता है। इसका खर्च वह खुद वहन करते हैं। जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगी सूचना में प्रधानमंत्री कार्यालय के केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी ने जानकारी दी। पूरी खबर यहां पढ़ें।

सर्च के दौरान ई-पेपर दैनिक जागरण के ईपेपर को खंगालने पर मुरादाबाद के संस्‍करण में 31 अगस्‍त को पीएम के खान-पान पर एक खबर मिली। इसे नीचे देखा जा सकता है।

पड़ताल के दौरान हमें आजतक के यूट्यूब चैनल पर एक खबर मिली। 31 अगस्‍त 2022 को अपलोड इस खबर में बताया गया कि पीएम मोदी अपने खाने का खर्च खुद उठाते हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण के संवाददाता रितेश द्विवेदी से संपर्क किया। उन्‍होंने हमारे साथ सूचना के अधिकार के तहत आए जवाब को शेयर करते हुए बताया कि पीएम मोदी के भोजन को लेकर उन्‍होंने ही एक आवेदन दिया था। जिसके जवाब में बताया गया कि प्रधानमंत्री अपने भोजन का खर्च स्‍वयं वहन करते हैं।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि फेसबुक यूजर ब्रजेश पांडेय को 196 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पीएम मोदी के भोजन से जुड़ी वायरल पोस्‍ट गलत साबित हुई। पहले भी कई बार ऐसी पोस्‍ट वायरल हो चुकी हैं। इसमें कोई सच्‍चाई नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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