Fact Check : रानी कमलापति के पति मुसलमान नहीं, गोंड राजा थे, वायरल पोस्ट फर्जी है
विश्वास न्यूज की पड़ताल में रानी कमलापति के पति के मुसलमान होने का दावा फर्जी निकला। वे एक गोंड राजा थे।
- By: Ashish Maharishi
- Published: Nov 23, 2021 at 02:24 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति स्टेशन करने के साथ ही सोशल मीडिया में कई प्रकार की फर्जी खबरें भी वायरल हो रही हैं। अब एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि रानी कमलापति के पति का नाम निजाम शाह था। वे निजाम की 7वीं बेगम थीं। इस पोस्ट के माध्यम से रानी कमलापति के पति को मुसलमान बताने की कोशिश की जा रही है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की विस्तार से जांच की। यह फर्जी साबित हुई। रानी कमलापति का विवाह गिन्नौरगढ़ के राजा निजाम शाह से हुआ था। निजाम शाह एक गोंड राजा थे, ना कि मुसलमान।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक यूजर सोनू सरोज ने 16 नवंबर को एक पोस्ट करते हुए दावा किया : ‘हबीबगंज रेलवे-स्टेशन का नाम बदलकर रानीकमलापति रखा गया है उस रानी कमलापति के पति का नाम #निजामशाह था और रानी. कमलापति निजाम की #7वीबेगम थी🤠🤠 #बेचारेभक्त_भाई अब करें तो क्या करें बोले तो क्या बोले.’
फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां पढ़ सकते हैं।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने पड़ताल की शुरुआत गूगल सर्च से की। सर्च के दौरान हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। बीबीसी हिंदी की एक खबर के अनुसार, रानी कमलापति एक गोंड रानी थीं, जिनका विवाह गिन्नौरगढ़ के राजा के साथ हुआ था। उन्हें गोंड राजवंश की अंतिम रानी माना जाता है। निज़ाम शाह एक गोंड राजा थे, जिनकी सात बीवियां थीं। निज़ाम शाह की सात बीवियों में से एक बीवी का नाम कमलापति था। पूरी खबर यहां पढ़ें।
आजतक की वेबसाइट पर मौजूद एक खबर में बताया गया कि रानी कमलापति भोपाल की आखिरी हिंदू महारानी थीं। उनके नाम पर ही भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम अब रानी कमलापति स्टेशन रखा गया। रानी कमलापति ने आत्मसम्मान की रक्षा में जलसमाधि ले ली थी। पूरी खबर यहां पढ़ें।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए मध्य प्रदेश में सक्रिय इतिहासकार पूजा सक्सेना से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए उनसे जानकारी चाही। उन्होंने बताया कि निजाम शाह हिंदू राजा थे। उस समय इस टाइप की टाइटल और नाम रखना फैशन था। गोंड राजवंश का असली सरनेम शाही था। जैसे संग्राम शाही। कमलापति और नवलशाह और उनका बेटा भी हिंदू ही था।
जांच के अंत में हमने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर सोनू सरोज मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहते हैं। इसके एक हजार से ज्यादा फ्रेंड हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में रानी कमलापति के पति के मुसलमान होने का दावा फर्जी निकला। वे एक गोंड राजा थे।
- Claim Review : कमलापति निजाम की #7वी_बेगम थी
- Claimed By : फेसबुक यूजर सोनू सरोज
- Fact Check : झूठ
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