Fact Check : इंडियन ऑयल के नाम पर वायरल हो रही है फर्जी चेतावनी

Fact Check : इंडियन ऑयल के नाम पर वायरल हो रही है फर्जी चेतावनी

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। देश में जैसे-जैसे मौसम गर्म होता है, वैसे-वैसे इंडियन ऑयल के नाम पर एक फर्जी मैसेज वायरल होने लगता है। इस बार भी यह मैसेज फिर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मैसेज में इंडियन ऑयल की ओर से कथित दावा किया जा रहा है कि गर्मी बढ़ने के कारण अपने वाहन में सीमा से ज्‍यादा पेट्रोल न भरवाएं। वरना विस्‍फोट हो सकता है। विश्‍वास टीम की पड़ताल में यह मैसेज फर्जी साबित हुआ। इंडियन ऑयल ने ऐसी कोई भी चेतावनी जारी नहीं की है।

क्‍या है वायरल मैसेज में

RTI Club Uttarakhand नाम के फेसबुक पेज ने इंडियन ऑयल की कथित चेतावनी वाली पोस्‍ट अपलोड किया। इसके अलावा भी कई यूजर्स फेसबुक, Twitter और WhatsApp पर इस फर्जी मैसेज को फैला रहे हैं। वायरल हो रहे मैसेज में लिखा, ‘आने वाले दिनों में तापमान में वृद्धि होना तय है, इसलिए अपने वाहन में पेट्रोल अधिकतम सीमा तक ना भरवायें। यह ईधन टैंक में विस्फोट का कारण बन सकता है। कृपया आप अपने वाहन में आधा टैंक ही ईधन भरवायें और एयर के लिए जगह रखें। इस हफ्ते 5 विस्फोट दुर्घटनाओं की वजह अधिकतम पेट्रोल भरने से हुआ है। कृपया पेट्रोल टंकी को दिन में एक बार खोल कर अंदर बन रही गैस को बाहर निकलने दे।’

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने सबसे पहले इंडियन ऑयल की वेबसाइट https://www.iocl.com/ को स्‍कैन करना शुरू किया। हमें इसके होम पेज पर एक अनाउंसमेंट दिखा। इसमें साफतौर पर इस बात का उल्‍लेख किया गया था कि सोशल मीडिया में एक अफवाह उड़ रही है, जिसमें इंडियन ऑयल की ओर से चेतावनी की बात कही जा रही है। मैसेज में लिखा गया है कि ऑटोमोबाइल निर्माता अपने वाहनों को परफॉर्मेंस रिक्‍वायरमेंट और सुरक्षा का ध्‍याान रखते हुए तैयार करते हैं। फुल लिमिट तक वाहनों में पेट्रोल या डीजल डलवाना पूरी तरह सेफ है।

इसके बाद विश्‍वास टीम ने InVID टूल की मदद से इंडियन ऑयल के ट्विटर हैंडल @IndianOilcl को स्‍कैन किया। यहां हमें 16 जून 2018 को किया गया एक ट्वीट मिला। इसमें भी यही बात कही गई कि वाहनों में फुल लिमिट तक पेट्रोल भरवाना सेफ है। पूरा मैसेज आप नीचे पढ़ सकते हैं।

इसी ट्वीट को पिछले साल भी किया गया था। यह भी आप नीचे पढ़ सकते हैं।

अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हम इंडियन ऑयल के फेसबुक पेज पर पहुंचे। वहां कई पोस्‍ट को स्‍कैन करने के बाद हमें इंडियन ऑयल की चेतावनी से जुड़ी एक पोस्‍ट मिली। इस पर भी वही कटेंट था, जो इंडियन ऑयल की वेबसाइट और ट्विटर हैंडल पर मौजूद था। इसे 27 अप्रैल 2019 को पोस्‍ट किया गया था। इंडियन ऑयल की ओर से लगातार उस अफवाह का खंडन किया जा रहा है, जो उसके नाम पर लोगों के बीच में भ्रम फैला रही है।

इतना करने के बाद हमने इंडियन ऑयल के मुख्‍यालय में संपर्क किया। वहां से हमें जानकारी मिली कि पिछले कुछ सालों से लगातार एक ही अफवाह हर गर्मी में फैलाई जाती है। इसमें कुछ भी सच्‍चाई नहीं है।

अंत में हमने फेक चेतावनी वाले मैसेज को वायरल करने वाले फेसबुक पेज RTI Club Uttarakhand को स्‍कैन किया। देहरादून से संचालित होने वाले इस पेज को 2248 लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की पड़ताल में इंडियन ऑयल की चेतावनी के नाम पर फैल रहा मैसेज फर्जी है।

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Symbols that define nature of fake news
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