Fact Check: यूट्यूबर नीतीश राजपूत के वीडियो को पूर्व आईपीएस शैलजाकांत मिश्र का बताकर किया जा रहा शेयर

विश्वास न्यूज की पड़ताल में आईपीएस शैलजाकांत मिश्र के नाम से वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ। वीडियो में नजर आ रहा शख्स बिजनेसमैन और यूट्यूबर नीतीश राजपूत है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। राजनीति और अपराधीकरण के मुद्दे पर बात कर रहे एक शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह व्यक्ति 1977 बैच के आईपीएस अफसर और लखनऊ के डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस शैलजाकांत मिश्र हैं। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। वीडियो में नजर आ रहा शख्स बिजनेसमैन और यूट्यूबर नीतीश राजपूत है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

ट्विटर हैंडल @waterskytradex ने 45 सेकंड का एक वीडियो अपलोड करते हुए अंग्रेजी में लिखा, “IPS Officer Shailajakant Mishra.”#trueindian

वीडियो में एक युवा को बोलते हुए देखा जा सकता है। साथ में इसमें लिखा गया कि यह युवा लखनऊ पुलिस के आईपीएस अफसर शैलजाकांत मिश्र हैं। इस वीडियो को आईपीएस का समझकर दूसरे यूजर्स भी खूब वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव लिंक यहां देखें।

पड़ताल 

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के कई कीफ्रेम्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की सहायता से सर्च किया। इस दौरान हमें पूरा वीडियो नीतीश राजपूत नामक एक यूट्यूब चैनल पर 26 जुलाई को अपलोड मिला। इस चैनल को खंगालने पर हमने पाया कि वीडियो में नजर आ रहे शख्स का नाम नीतीश राजपूत है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने नीतीश राजपूत के सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। नीतीश राजपूत के ट्विटर और इंस्टाग्राम प्रोफाइल के मुताबिक, उनके पास इंजीनियरिंग की डिग्री है और वे पेशे से बिजनेसमैन हैं। साथ ही वह अपना यूट्यूब चैनल चलाते हैं।

हमारी अब तक की पड़ताल में ये साबित होता है कि वायरल वीडियो में नजर आ रहा शख्स आईपीएस शैलजाकांत मिश्र नहीं, बल्कि यूट्यूबर नीतीश राजपूत है। इसके बाद हमने आईपीएस शैलजाकांत मिश्र के बारे में सर्च करना शुरू किया। हमने पाया कि वह एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी हैं और यूपीबीटीवीपी के उपाध्यक्ष हैं।

पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने नीतीश राजपूत से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। यह वीडियो मेरा है और मैं आईपीएस अधिकारी नहीं हूं। मैं पेशे से बिजनेसमैन और यूट्यूबर हूं।

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यू्ज ने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर अमित शाह की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि ट्विटर पर यूजर को 221 लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर जुलाई 2010 से सक्रिय है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में आईपीएस शैलजाकांत मिश्र के नाम से वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ। वीडियो में नजर आ रहा शख्स बिजनेसमैन और यूट्यूबर नीतीश राजपूत है।

False
Symbols that define nature of fake news
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